भोपाल। मध्यप्रदेश में युवा कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। ऑनलाइन वोटिंग को डेढ़ महीने बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक परिणाम घोषित नहीं किए गए हैं। पार्टी ने पहले अक्टूबर के पहले हफ्ते में नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा का दावा किया था, मगर अब संकेत मिल रहे हैं कि नवंबर में ही नया प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया जाएगा।
16 लाख सदस्य, लेकिन नतीजे अधर में
कांग्रेस संगठन ने दावा किया था कि 16 लाख से अधिक युवाओं ने सदस्यता ली थी। इन सभी ने एक साथ छह पदों — प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव, जिला अध्यक्ष, जिला महासचिव, ब्लॉक और विधानसभा अध्यक्ष — के लिए ऑनलाइन वोटिंग की थी।
चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल माध्यम से की गई थी ताकि पारदर्शिता बनी रहे, लेकिन फॉर्म स्क्रूटनी और तकनीकी प्रक्रियाओं में देरी के कारण नतीजे अटक गए हैं।

18 प्रत्याशी अध्यक्ष पद की दौड़ में
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी के अनुसार, अध्यक्ष पद के लिए 18 प्रत्याशियों ने दावेदारी की थी, जबकि महासचिव पद के लिए 182 उम्मीदवार मैदान में थे। उन्होंने बताया कि “सदस्यता अभियान के दौरान भरे गए फॉर्म की जांच पूरी कर ली गई है। अब पहले तीन प्रमुख प्रत्याशियों को दिल्ली में इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा, जो राष्ट्रीय प्रभारी और आईवाईसी अध्यक्ष के सामने होंगे। इसके बाद ही नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा होगी।”
साढ़े पांच लाख फॉर्म रिजेक्ट
युवा कांग्रेस के जून-जुलाई सदस्यता अभियान में लगभग 15 लाख फॉर्म ऑनलाइन जमा हुए थे। इनमें से 50 हजार युवाओं ने सदस्यता शुल्क जमा नहीं किया, जिसके कारण उनके फॉर्म पहले ही खारिज कर दिए गए।
बाकी 14.50 लाख फॉर्मों की स्क्रूटनी के बाद करीब 4.50 लाख फॉर्म सही पाए गए, जबकि 5.50 लाख फॉर्म रिजेक्ट कर दिए गए। लगभग 5 लाख फॉर्म में मामूली त्रुटियां मिली हैं, जिन्हें सुधारने के लिए युवाओं को 10 दिन का समय दिया जाएगा। उनके मोबाइल नंबर पर संदेश भेजकर उन्हें बताया जाएगा कि किस बिंदु पर सुधार आवश्यक है।
कैसे चली पूरी चुनावी प्रक्रिया
युवा कांग्रेस ने पारदर्शिता के लिए इस बार ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाई।

- 20 जून से सदस्यता अभियान और ऑनलाइन वोटिंग की शुरुआत हुई थी।
- पूरी प्रक्रिया “इंडियन यूथ कांग्रेस (IYC)” ऐप के माध्यम से संचालित हुई।
- 18 से 35 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं ने इसमें भाग लिया।
- प्रत्येक सदस्य ने छह पदों के लिए मतदान किया।
प्रदेश में उज्जैन जिला सबसे आगे रहा, जहां 74 हजार युवाओं ने सदस्यता ली।
भोपाल जिले से 64 हजार, धार से 55 हजार, जबकि छिंदवाड़ा से मात्र 3,287 युवा शामिल हुए। सबसे कम सदस्यता हरदा जिले (574 सदस्य) से मिली।
पूर्व अध्यक्ष का इस्तीफा और नई नियुक्ति
झाबुआ विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया के विधानसभा सदस्य बनने के बाद उन्हें अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। इसके बाद मितेंद्र सिंह यादव को कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। अप्रैल 2024 में हुए संगठनात्मक बदलावों के बाद से वे इसी पद पर कार्यरत हैं।
अब नवंबर में परिणाम की उम्मीद
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, फॉर्म सुधार और इंटरव्यू प्रक्रिया पूरी होने में अभी कुछ सप्ताह और लग सकते हैं।
इस कारण नवंबर 2025 के पहले सप्ताह में ही नए मप्र युवा कांग्रेस अध्यक्ष की घोषणा होने की संभावना है।
पार्टी इसे पूरी तरह पारदर्शी और डिजिटल प्रक्रिया का उदाहरण बता रही है, ताकि युवाओं का भरोसा संगठन में और मजबूत हो सके।




