भोपाल | राजधानी भोपाल स्थित राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) के कैंपस में सोमवार देर रात उस वक्त तनाव का माहौल बन गया, जब यूनिवर्सिटी के दो हॉस्टलों के छात्रों के बीच जमकर मारपीट हुई। घटना यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (UIT) के बाल्टिक हॉस्टल और स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर (SOA) हॉस्टल के छात्रों के बीच हुई, जिसमें लाठी-डंडों और लोहे की रॉड तक का इस्तेमाल हुआ। घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
फोन कॉल से शुरू हुआ विवाद, सड़कों तक पहुंचा संघर्ष
सूत्रों के मुताबिक विवाद की शुरुआत एक छात्र के फोन कॉल पर टोके जाने से हुई। बात-बात में कहासुनी बढ़ी और देखते ही देखते दोनों हॉस्टलों के छात्र आमने-सामने आ गए। रात करीब 11 बजे सड़क पर दोनों पक्षों के छात्र इकट्ठा हो गए और एक-दूसरे पर लाठी-डंडों से हमला करने लगे। इस झड़प में कुछ छात्र घायल हुए हैं, हालांकि किसी के गंभीर रूप से घायल होने की पुष्टि नहीं हुई है।
प्रशासन ने दी सफाई, वीडियो के आधार पर होगी कार्रवाई
RGPV प्रशासन ने कहा है कि यह रैगिंग का मामला नहीं, बल्कि छात्रों के बीच आपसी विवाद है। घटना की जांच की जा रही है और वीडियो फुटेज व शिकायतों के आधार पर दोषियों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। यूनिवर्सिटी ने फिलहाल दोनों हॉस्टलों में अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड तैनात कर दिए हैं।

कैंपस सुरक्षा पर उठे सवाल
घटना के बाद एक बार फिर कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। छात्रावास के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा गार्ड मौजूद होने के बावजूद इस स्तर की हिंसा हो जाना गंभीर चिंता का विषय है। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रशासन को विवादों के समाधान के लिए संवाद आधारित तंत्र विकसित करना चाहिए।
छात्रों में भय का माहौल
हॉस्टल में रहने वाले छात्रों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं उन्हें असुरक्षित महसूस कराती हैं। एक छात्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “हम यहां पढ़ने आए हैं, न कि लड़ाई करने। प्रशासन को ऐसे मामलों में सख्ती से पेश आना चाहिए।”
मनोवैज्ञानिकों की सलाह: काउंसलिंग जरूरी
मनोवैज्ञानिक डॉ. रुचि सोनी के अनुसार, तकनीकी संस्थानों में पढ़ाई का दबाव, प्रतिस्पर्धा और व्यक्तिगत तनाव छात्रों में गुस्सा और हिंसक प्रवृत्तियों को जन्म देता है। ऐसे में हॉस्टल जीवन में काउंसलिंग और एंगर मैनेजमेंट सत्र नियमित रूप से कराए जाने चाहिए।
भविष्य के लिए सुझाव:
- 24×7 निगरानी: हॉस्टल परिसर में सीसीटीवी और सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएं
- नियमित काउंसलिंग: छात्रों के लिए मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता और समाधान सत्र
- हेल्पलाइन और शिकायत प्रणाली: इमरजेंसी हेल्पलाइन और सक्रिय ग्रिवांस सेल
- मध्यस्थता तंत्र: विवाद की स्थिति में तुरंत समाधान के लिए स्पेशल कमेटी
- सख्त अनुशासन: हिंसा में शामिल छात्रों पर त्वरित कार्रवाई
इससे पहले भी RGPV में छात्रों के बीच टकराव और रैगिंग की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। हालांकि हर बार प्रशासन सुरक्षा बढ़ाने की बात करता है, लेकिन यह ताजा मामला बताता है कि ग्राउंड पर सख्त कदम अब भी ज़रूरी हैं।