भोपाल / में मड चैलेंज जैसे आयोजनों पर लंबे समय से प्रतिबंध लगा हुआ है, लेकिन बारिश आते ही ऑफ-रोडिंग के शौकीनों का जोश थम नहीं रहा। अब एडवेंचर के शौकीन रायसेन, सीहोर और बैरसिया की ओर रुख कर रहे हैं। रविवार को भोपाल के करीब एक दर्जन से ज्यादा ट्रेंड ड्राइवर्स रायसेन जिले की नंदोरा नदी में पहुंचे, जहां उफनते बहाव के बीच उन्होंने जीप और जिप्सियों से मड चैलेंज जैसी प्रैक्टिस की।
इन ड्राइवर्स में अलमास, उवैस, हादी, यूसुफ और अब्दुल शहजाद खान जैसे नाम शामिल रहे। ये सभी विशेष रूप से कस्टमाइज की गई ऑफ-रोडिंग गाड़ियों के जरिए नदी के तेज बहाव को पार करते दिखे। वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह 3 से 4 फीट तक पानी में इन गाड़ियों को निकाला गया। एक जीप जब बीच में बंद हो गई, तो दूसरे चालकों ने उसे रस्सियों से बांधकर बाहर निकाला।
हर खतरे के लिए तैयार रहते हैं ड्राइवर

ड्राइवर शहजाद खान ने बताया कि, “हमारी गाड़ियां विशेष रूप से इस तरह की परिस्थितियों के लिए तैयार की जाती हैं। इनमें हर तरह के सेफ्टी इक्यूपमेंट और सुरक्षा गियर मौजूद होते हैं। हम सभी ड्राइवर्स मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार रहते हैं। किसी भी इमरजेंसी में हम गाड़ी और ड्राइवर को तुरंत सुरक्षित बाहर निकाल लेते हैं।”
भोपाल में सख्ती के चलते बाहर करनी पड़ रही प्रैक्टिस
शहर में पर्यावरणविदों और पुलिस की सख्ती के कारण अब इन आयोजनों की अनुमति नहीं दी जाती। हाल ही में कोह-ए-फिजा थाना पुलिस ने सेफिया कॉलेज ग्राउंड पर मड चैलेंज की तैयारी कर रहे युवाओं को हिदायत देकर वहां से हटाया था। बताया जा रहा है कि हर वीकेंड यहां ऑफ-रोडिंग प्रैक्टिस की जाती थी।
प्रकृति प्रेमी कर रहे विरोध
शहर के पर्यावरणविद लंबे समय से मड चैलेंज के खिलाफ हैं। उनका कहना है कि इससे पर्यावरण और सार्वजनिक स्थलों को नुकसान पहुंचता है। यही कारण है कि भोपाल में ऐसे आयोजनों पर लगातार प्रतिबंध जारी है।
नदी के बहाव में भी ड्राइवर्स ने दिखाया दम
रविवार को सामने आए वीडियो में देखा गया कि तेज बहाव के बावजूद ट्रेंड ड्राइवर्स ने नंदोरा नदी के ऊपर से बहते पानी को पार किया। यहां करीब 12 से 14 गाड़ियों ने एक-एक कर नदी पार की। एक गाड़ी के फंसने पर उसे रस्सियों से बाहर निकाला गया, जिससे साफ है कि ये ड्राइवर्स हर खतरे से निपटने के लिए तैयार रहते हैं।