उमा भारती ने जातिगत जनगणना को लेकर कहा कि देश में अनेक सामाजिक वर्ग हैं जिनकी भूमिका और संख्या को नजरअंदाज नीं की जा सकती। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा क्योंकि वहां की सामाजिक संरचना को गंभीरता से नहीं लिया गया।
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने अपने जन्मदिन के अवसर पर सामाजिक और राजनीतिक विषयों पर अपनी राय दी। उन्होंने लव जिहाद को लेकर कहा कि आज की आधुनिक दुनिया में कोई भी लड़की यह जानने में सक्षम है कि सामने वाला व्यक्ति कौन है और उसकी पहचान क्या है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जहां कानून का दायरा बनता है, वहां कार्रवाई होगी, लेकिन समाज को भी अपने स्तर पर सजग रहने की जरूरत है। उमा ने कहा कि माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों से खुलकर संवाद करें और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन दें।
इसके साथ ही, उमा भारती ने जातिगत जनगणना को लेकर कहा कि देश में अनेक सामाजिक वर्ग हैं जिनकी भूमिका और संख्या को नजरअंदाज नीं की जा सकती। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा क्योंकि वहां की सामाजिक संरचना को गंभीरता से नहीं लिया गया। उमा ने कहा रामभक्त होने का मतलब यह नहीं कि वे स्वाभाविक रूप से बीजेपी समर्थक भी होंगे। हमें यह समझना होगा कि जनसंख्या के अनुपात में राजनीतिक भागीदारी कैसे सुनिश्चित हो। उमा भारती ने जातिगत आंकड़ों को सामाजिक न्याय और नीति निर्माण के लिए महत्वपूर्ण बताया, जिससे यह तय किया जा सके कि किस समुदाय की भागीदारी और जरूरतें कितनी हैं।