गंजबासौदा
ग्राम उदयपुर स्थित प्राचीन नीलकंठ महादेव मंदिर में शनिवार और रविवार की दरमियानी रात अज्ञात चोरों ने उत्तरी दरवाजे का ताला तोड़कर दान पेटी चोरी कर ली। यह मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अंतर्गत संरक्षित है। इसके बावजूद यहां न सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, न ही पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था है। वारदात के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मंदिर की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार, मंदिर में एएसआई द्वारा पांच सुरक्षा कर्मचारी तैनात हैं। इनकी ड्यूटी
8-8 घंटे की शिफ्ट में होती है। इसके बावजूद चोरों ने बिना किसी डर के मुख्य द्वार का ताला तोड़ा और दान पेटी उठा ले गए। चोरी की घटना से सुरक्षा व्यवस्था की बड़ी चूक सामने आई है।
बेशकीमती मूर्तियों की स्थिति भी संदिग्ध, जांच की मांगः मंदिर परिसर में कई ऐतिहासिक और बेशकीमती मूर्तियां मौजूद हैं, लेकिन उनकी संख्या और वर्तमान स्थिति को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञों ने मांग की है कि सभी मूर्तियों की गणना और सत्यापन कराया जाए, ताकि चोरी की आशंका को खारिज
किया जा सके। दो साल से नहीं है एएसआई।
नायब तहसीलदार पहुंचे, जांच में जुटी पुलिस
घटना की जानकारी मिलते ही नायब तहसीलदार और पुलिस मौके पर पहुंचे। पुलिस ने सुरक्षा कर्मचारियों और पुजारियों से पूछताछ शुरू कर दी है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दान पेटी में कितनी राशि थी।
सवाल यह है कि जब मंदिर एएसआई के अधीन है, तो उसकी चाबी पुजारी के पास कैसे थी। जानकारी के अनुसार, पिछले दो साल से मंदिर का कोई अधिकृत अधिकारी नियुक्त नहीं है।