मध्यप्रदेश में रविवार को भी कई जिलों में आंधी-बारिश का दौर जारी है। विदिशा जिले के सिरोंज और राजगढ़ जिले के ब्यावरा में दोपहर बाद तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी। जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है। राजगढ़ जिले के जीरापुर,खिलचीपुर और नरसिंहगढ़ भी तेज पानी गिरा।
झाबुआ में आकाशीय बिजली गिरने से 2 मछुआरों की मौत हो गई। जबकि 2 मछुआरे घायल हैं। घटना खवासा चोरी के ढोलखरा गांव की है। ये सभी बारिश से बचने के लिए तालाब के किनारे बनी झोपड़ी में बैठे थे। सभी मछुआरे खरगोन जिले के रहने वाले हैं। जो ढोलखरा के तालाब में मछली पालन के ठेके पर काम कर रहे थे। शाजापुर के खाता खेड़ी गांव में भी कुंवरजी राम भील (55) नाम के शख्स की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई।
इधर, अशोकनगर के अथाईखेड़ा स्थित पुरा आवाद में बारिश और आंधी के दौरान एक पुराना इमली का पेड़ गिर गया। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। राजगढ़ के जीरापुर के ब्राह्मणखेड़ा गांव में आंधी-तूफान से दो घरों के टिनशेड (चद्दर) उड़ गए। जिससे एक भैंस का पैर टूट गया। साथ ही मकान की छत में दरारें आ गई।
मौसम विभाग का 30 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने भोपाल, इंदौर और उज्जैन समेत 30 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, मध्यप्रदेश के सिंगरौली, भोपाल, बैतूल, उज्जैन और आगर में तेज आंधी चल सकती है। यहां गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है।
वहीं, पांढुर्णा, डिंडौरी, बड़वानी, धार, बुरहानपुर, खरगोन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, इंदौर, राजगढ़, शाजापुर, सीहोर में भी बारिश होने की संभावना है। विदिशा, मुरैना, गुना, अशोकनगर, सागर, रीवा, मऊगंज, सीधी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, शिवपुरी और अनूपपुर में भी मौसम बदल सकता है।
ग्वालियर, गुना और खजुराहो में तापमान 43 डिग्री के पार
दूसरी ओर प्रदेश के कई जिलों में गर्मी का असर भी दिखाई दे रहा है। अगले 4 दिन यानी, 21 मई तक दिन में लू चलने का अलर्ट है।
ग्वालियर, गुना, खजुराहो, सीधी, शिवपुरी और टीकमगढ़ में पारा 43 डिग्री या इससे अधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार, खजुराहो में 43.8 डिग्री, ग्वालियर-गुना में 43.7 डिग्री, सीधी में 43.4 डिग्री, शिवपुरी-टीकमगढ़ में पारा 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सतना, रीवा, दमोह, उमरिया, सागर, रायसेन, रतलाम, खंडवा में पारा 40 डिग्री से अधिक रहा।
बड़े शहरों की बात करें तो इंदौर में 37.4 डिग्री, भोपाल में 39.1 डिग्री, उज्जैन में 39 डिग्री और जबलपुर में 39.9 डिग्री सेल्सियस रहा।
इसलिए हो रहा ऐसा मौसम सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम इन दिनों एक्टिव है। इनका असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। इस कारण आंधी और बारिश हो रही है। अब गर्मी का असर भी देखने को मिल रहा है। अगले चार दिन तक आंधी, बारिश के साथ लू का भी अलर्ट है।
एमपी में कितना तापमान, ग्राफिक्स से जानिए…
मई में बारिश-आंधी का दौर, दूसरे पखवाड़े में गर्मी रहेगी
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में मई के महीने में ही सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है। पिछले 10 साल का ट्रेंड देखें तो कई शहरों में पारा 47-48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। दिन में हीट वेव चलती हे तो रातें भी गर्म रहती हैं। लेकिन इस बार मौसम का मिजाज अलग रहा। पहले पखवाड़े में तेज आंधी, बारिश और ओले गिरने का दौर जारी रहा। अगले चार दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा। मौसम विभाग ने दूसरे पखवाड़े से गर्मी का असर बढ़ने का अनुमान जताया है।
इन जिलों में सबसे ज्यादा गर्मी रहेगी
मौसम विभाग की मानें तो मई महीने में ग्वालियर, छतरपुर, नरसिंहपुर, निवाड़ी, मैहर, टीकमगढ़, भिंड, दतिया, खरगोन, बड़वानी, खंडवा, मुरैना, राजगढ़, रायसेन, शाजापुर, श्योपुरकलां, शिवपुरी और विदिशा जिलों में पारा 45 डिग्री या इससे ज्यादा रहने का अनुमान है। इनमें ग्वालियर-चंबल संभाग के साथ मालवा-निमाड़ के कुछ शहरों में भी तेज गर्मी रहेगी। छतरपुर के खजुराहो और नौगांव, निवाड़ी के पृथ्वीपुर में पारा 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
भोपाल में पारा 44 से 45 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है जबकि इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में भी पारा इतना रह सकता है। बड़े शहरों में ग्वालियर में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ेगी। यहां पारा 46-47 डिग्री के बीच पहुंचने का अनुमान है।
अब जानिए, 10 साल में कितना पारा…
भोपाल में गर्मी-बारिश का ट्रेंड
राजधानी में मई में मौसम के ट्रेंड की बात करें तो पिछले 10 साल में तेज गर्मी और बारिश दोनों का ही दौर रहा है। 2016 में पारा 46.7 डिग्री तक पहुंच चुका है, जो ओवरऑल रिकॉर्ड है। इस महीने बारिश भी होती है। 2014 से 2023 तक हर साल बारिश हुई है। वर्ष 2021 और 2023 में 2 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है।
पिछले साल 26 मई को पारा 45.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। यह 10 साल में छठवां 45 डिग्री से अधिक तापमान रहा। इस साल बारिश भी हुई थी।
इंदौर में 3 इंच गिर चुका पानी
मई के महीने में इंदौर में भी पारा 46 डिग्री के पार पहुंच चुका है। 31 मई 1994 को इतना तापमान दर्ज किया गया था। इस महीने यहां भी मौसम में बदलाव देखने को मिलता है। इसके चलते बादल छाए रहते हैं तो बौछारें भी गिरती हैं। 2023 में पूरे महीने 3 इंच बारिश हुई थी। वर्ष 2014 से 2023 के बीच 9 साल बारिश हो चुकी है। साल 2024 में भी तेज गर्मी रही थी। अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। वहीं, बारिश का दौर भी चला था।
ग्वालियर में सबसे ज्यादा गर्मी
ग्वालियर में मई की गर्मी का ट्रेंड बाकी शहरों से अलग रहता है। यहां ज्यादा गर्मी पड़ती है। बीते 10 साल में यहां एक बार 47 डिग्री और 3 बार पारा 46 डिग्री के पार पहुंच चुका है। 30 मई 1947 को 48.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। 17 मई 1953 में 24 घंटे में सर्वाधिक 41.9 मिमी यानी डेढ़ इंच से अधिक बारिश हुई थी। 2023 में भी ढाई इंच पानी गिरा था। पिछले साल की बात करें तो पारा 47.6 डिग्री दर्ज किया गया था। हालांकि, बारिश नहीं हुई थी। इस बार भीषण गर्मी रहने के आसार है।
जबलपुर में तेज गर्मी का ट्रेंड
जबलपुर की बात करें, तो यहां मई में पारा 46.7 डिग्री तक पहुंच चुका है। 25 मई 1954 को इतना टेम्प्रेचर रिकॉर्ड किया गया था। पिछले 10 साल में 3 बार टेम्प्रेचर 45 डिग्री से अधिक रहा। मई में बारिश का ट्रेंड भी रहता है। 2014 से 2023 में हर साल बारिश हुई है।
वर्ष 2021 में पूरे महीने 3 इंच से ज्यादा बारिश हुई थी। पिछले साल 2 इंच पानी गिरा था। साल 2024 में भी तेज गर्मी, आंधी-बारिश वाला मौसम रहा था। दिन का पारा 44.5 डिग्री पहुंच गया था। वहीं, बारिश भी हुई थी।
उज्जैन में भी गर्मी, बारिश का ट्रेंड
उज्जैन में भी मई महीने में गर्मी और बारिश का ट्रेंड रहता है। 22 मई 2010 को रिकॉर्ड 46 डिग्री तापमान पहुंचा था। वहीं, 2015 से 2024 के बीच 3 बार पारा 45 डिग्री के पार रह चुका। साल 2015, 2016 और 2024 में इतनी गर्मी पड़ी थी। उज्जैन में पिछले साल भी तापमान 45 डिग्री रहा था।