सीहोर / जिले के मुंडला गांव में सोमवार को बिजली की 11केवी लाइन के खंभे पर काम कर रहा एक आउटसोर्स कर्मचारी गंभीर हादसे का शिकार हो गया। गंभीर हालत में कर्मचारी को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। बिजली कंपनी के अफसर हादसे को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं बता रहे हैं। सीहोर जिले में इससे पहले भी ऐसे कई गंभीर हादसे हुए हैं, जिनमें बिजली कंपनी की लापरवाही से कई आउटसोर्स कर्मचारियों की जान गई है।
जानकारी के अनुसार मुंडला में बिजली के खंभे पर काम करते समय आउटसोर्स कर्मचारी नरेंद्र सिंह सिसौदिया को करंट लग गया और वह तारों के बीच फंस गया। उसे दो खंभों के ऊपर तारों के बीच करंट से छटपटाते देख नीचे खड़े दो युवकों ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन उनके पास मदद के लिए एक लकड़ी के अलावा कुछ नहीं था। युवकों ने नरेंद्र को बचाने के लिए लकड़ी की मदद से उसे धक्के लगाए, जिससे आउटसोर्स कर्मचारी 11 फीट ऊंचे बिजली के खंभे से नीचे जमीन पर गिरा। बेहोशी की हालत ने उसे जमीन से उठाकर उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पीड़ित नरेंद्र के परिजन सदमे में हैं।
बिजली कंपनी की लापरवाही से हादसा
यह फोटो आपको विचलित कर सकता है, लेकिन सिस्टम की हकीकत दिखाने के लिए आपको दिखाना जरूरी है। खंभे के ऊपर काम कर रहे कर्मचारी को करंट लगने से वह छटपटाया तो नीचे खड़े युवकों ने लकड़ी की मदद से उसे नीचे गिराने का प्रयास किया। इस दौरान कर्मचारी 11 फीट की ऊंचाई से जमीन पर आ गिरा।