कार्यकर्ताओं के फीडबैक पर बनेगी भाजपा कार्यकारिणी

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डीआर न्यूज इंडिया डाॅट काॅम/दिल्ली में भाजपा हाईकमान से हरी झंडी लेकर आए मप्र के भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल की नई टीम ट्रस्टेड से पहले टेस्टेड होगी। ये पहली बार है कि मप्र में भाजपा टीम के ऐलान के पहले उचित कार्यकर्ता की तलाश भी की जा रही है। ये पार्टी का घोषित कार्यक्रम नहीं है, लेकिन मप्र भाजपा में संगठन की कार्यकारिणी घोषित करने से पहले कार्यकर्ताओं का फीडबैक भी लिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि कार्यकर्ताओं के फीडबैक पर ही प्रदेश भाजपा की कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा।
गौरतलब है कि पदभार ग्रहण करने के बाद मप्र में मालवा, विंध्य, महाकौशल के दौरे पर निकल रहे हेमंत खंडेलवाल नेताओं से मंथन के पहले कार्यकर्ताओं की बात सुन रहे हैं। मप्र भाजपा की गिनती देश के सर्वश्रेष्ठ संगठन वाले राज्य के तौर पर होती है। बेशक अभी चुनाव नहीं है, लेकिन संगठन में जो टीम बनेगी ये लगभग तय है कि चुनाव के वक्त तक उसमें कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। लिहाजा पार्टी के नए प्रदेश हेमंत खंडेलवाल ने अपने नई टीम में सदस्यों के सिलेक्शन की प्रोसेस कई चरणों की रखी है। भाजपा के पितृ पुरुष कुशाभाऊ ठाकरे की राजनीति से प्रेरित हेमंत खंडेलवाल ने पदभार ग्रहण करने के साथ ये बयान दिया था कि पार्टी अनुशासन से दाएं-बाएं होने वालों को दिक्कत होगी। बाकी जो योग्य है, उनके लिए अवसरों की कमी नहीं होगी। पदभार ग्रहण करने के खंडेलवाल मप्र के अलग-अलग इलाकों के दौरे पर निकल रहे हैं। उज्जैन इंदौर के बाद नर्मदापुरम और बैतूल का दौरा कर चुके हैं। इसके बाद वे विंध्य ग्वालियर, चंबल, महाकौशल और बुंदेलखंड का भी दौरा करेंगे। जानकारी के मुताबिक ये दौरे कार्यकर्ताओं के मन की बात सुनने के लिए होंगे। वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक प्रकाश भटनागर के अनुसार हेमंत खंडेलवाल भाजपा के पितृ पुरुष कुशाभाऊ ठाकरे को अपना आदर्श मानते हैं और उनकी राजनीति का अंदाज भी वही है। जिस तरीके से मप्र में भाजपा कार्यकर्ताओं की ताकत के बूते खड़ी हुई थी। वे उसी फार्मूले पर अब मप्र में अपनी नई टीम बनाने जा रही है। जिसमें कार्यकर्ताओं का फीडबैक उनके लिए प्राथमिकता में होगा। इन दौरे कार्यक्रमों के जरिए वे कार्यकर्ताओं की नब्ज थामेंगे।
मोर्चा प्रकोष्ठों में भी होंगे बदलाव
असल में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की टीम में भाजपा के 7 जो मोर्चे और संगठन हैं। उनमें से तीन की कमान पार्टी के सांसदों के पास रही। जबकि एक मोर्चे के प्रमुख सरकार के मंत्री के पास थी। जाहिर है दोहरी जिम्मेदारियों की वजह से मोर्चे का काम प्रभावित हुआ था। माया नरोलिया जिन्हें महिला मोर्चे की जवाबदारी दी गई थी। वे भी सांसद पद की जवाबदारी के साथ मोर्चे के बहुत कार्यक्रम आयोजित नहीं कर पाईं। इसी तरह से पिछड़ा वर्ग मोर्चा के अध्यक्ष मंत्री नारायण कुशवाहा भी पिछड़ा वर्ग मोर्चे को बहुत समय नहीं दे पाए। किसान मोर्चे का जिम्मा संभाले दर्शन सिंह बनिस्बत ज्यादा सक्रिय रहे, लेकिन संसद के सत्र की वजह से और संसदीय क्षेत्र की जवाबदारी की वजह से किसान मोर्चे के पूर्व अध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर के मुकाबले में दर्शन सिंह उतने कार्यक्रम आयोजित नहीं कर पाए।
 नए चेहरों को मौका मिलेगा
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की टीम में 13 पदाधिकारी वो थे, जो दोहरी जवाबदारी संभाले हुए थे। जिनमें 7 सांसद और 5 विधायकों के साथ एक कैबिनेट मंत्री भी। जाहिर है कि दोहरी जवाबदारियों के साथ वो संगठन में अपनी भूमिका से न्याय नहीं कर पा रहे थे। जानकारी के मुताबिक अब खंडेलवाल की टीम में जो बदलाव होंगे। उसमें सबसे पहले ये 13 पद खाली होंगे और उनकी जगह संगठन में पूरा समय दे सकने वाले पूरी सक्रीयता से काम करने वाले नेताओं को जगह मिलेगी।
श्रेष्ठ कार्यकर्ता एक कार्यकर्ता के फार्मूले पर चुनाव
भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल भी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पसंद माने जाते हैं। इस लिहाज से ये माना जा रहा है कि नई टीम में संघ की च्वाइस का भी ख्याल रखा जाएगा। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ हितेष वाजपेयी ईटीवी भारत से बातचीत में कहते हैं कि प्रदेश भाजपा की नयी टीम शीघ्र ही सामने आएगी और इस बार आप देखेंगे कि इस नई टीम में पार्टी के जो वरिष्ठ नेता और जो नौजवान हैं। उनका संगम आपको देखने को मिलेगा। जो कि आने वाले समय की सभी राजनीतिक आवश्यकताओं को पूरी करता दिखेगा। भाजपा की नई कार्यसमिति का गठन एक व्यक्ति एक पद की नीति को ध्यान में रखकर किया जाएगा। ऐसे में माना जा रहा है कि दोहरी जिम्मेदारी संभालने वाले नेताओं को संगठन की जिम्मेदारी से मुक्त किया जा सकता है। ऐसे में कुछ मोर्चा अध्यक्षों का हटना तय है। महिला मोर्चा अध्यक्ष माया नारोलिया और किसान मोर्चा अध्यक्ष दर्शन सिंह चौधरी के स्थान पर नए चेहरों को कमान सौंपी जानी है। माया नारोलिया राज्यसभा सांसद और दर्शन सिंह चौधरी नर्मदापुरम नरसिंहपुर सीट के सांसद हैं। बताया जा रहा है कि कुछ मोर्चा अध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्य स्वयं संगठन के दायित्वों से मुक्त करने का आग्रह कर चुके हैं।
पूर्णकालिक आएंगे पार्ट  टाइम बाहर होंगे
पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के कार्यकाल में मौका तो हर क्षेत्र को दिया गया था, लेकिन सांसद और विधायकों को जवाबदारी दे देने से हुआ ये कि लगातार चुनाव और फिर विधानसभा और लोकसभा के सत्र की वजह से वे संगठन में उतने सक्रिय नहीं रह पाए। अब माना जा रहा है कि हेमंत खंडेलवाल क्षेत्रीय संतुलन का पूरा ध्यान रखते हुए पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं को ही अपनी टीम में मौका देंगे। हेमंत खंडेलवाल ने ये कहा भी है कि पार्टी में पार्ट टाइम पॉलीटिक्स करने वालों के लिए जगह नहीं होगी। पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं के लिए अवसर होंगे।
शिवप्रकाश और संतोष ने दिया मंत्र
खंडेलवाल ने भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष से भेंट की। मप्र में नई प्रदेश कार्यकारिणी के गठन और मोर्चा, प्रकोष्ठों में बदलाव के लिहाज से दोनों नेताओं से खंडेलवाल की मुलाकात बेहद अहम बताई जा रही है। इन मुलाकातों में प्रदेश कार्यकारिणी के गठन पर बातचीत हुई। शीर्ष नेतृत्व ने खंडेलवाल को टीम चुनने के लिए अपेक्षाकृत अधिक आजादी दी है। हालांकि कुछ स्पष्ट निर्देश भी दिए हैं। केंद्रीय नेतृत्व ने जो मानदंड तय किए हैं, उसके अनुसार मप्र भाजपा में बदलाव होगा। प्रदेश में पूरे 5 साल बाद पार्टी संगठन में बड़े स्तर पर परिवर्तन होगा। नए प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल की टीम में पार्टी सांसद और विधायकों की भूमिका सीमित हो जाएगी। प्रदेश कार्यकारिणी समिति से इन्हें हटाया जाएगा। इसके साथ ही पार्टी के विभिन्न मोर्चा अध्यक्ष भी बदले जाएंगे।
खंडेलवाल को मिला फ्री हैंड
नवनिर्वाचित भाजपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल पार्टी के शीर्ष नेताओं से लगातार मुलाकात कर रहे हैं। अध्यक्ष बनने के बाद औपचारिक सौजन्य भेंट के साथ ही इन्हें नई कार्यकारिणी के सिलसिले में चर्चा के लिए मुलाकात भी माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि खंडेलवाल की साख और पार्टी संगठन के प्रति उनके समर्पण भाव को देखते हुए अपनी टीम चुनने के लिए उन्हें खासे अधिकार दिए गए हैं। शीर्ष नेतृत्व ने अपनी अपेक्षाएं भी बता दीं हैं, जिनके आधार पर प्रदेश भाजपा में बड़ा बदलाव तय हो गया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का पद संभालने के बाद दी दिन पूर्व सीएम डॉ. मोहन यादव के साथ हेमंत खंडेलवाल जब अपने पहले दिल्ली दौरे पर पहुंचे थे, तब ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर ली थी। 11 जुलाई को प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल फिर दिल्ली पहुंचे।

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