सीहोर / शहर के कन्नौद रोड स्थित काला तालाब किनारे और अंदर सैकड़ों मृत मछलियों के मिलने से हड़कंप मच गया है। कुछ मछलियां किनारे पर पड़ी थी तो कुछ पानी के अंदर थी। यह कैसे मरी या फिर किसी ने मारी है इसका कारण सामने नहीं आ सका है। सोमवार सुबह जब तालाब किनारे पार्क पर लोग घूमने-फिरने पहुंचे तो वह इन मछलियों को देख अचंभित हो गए। अब इसकी जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे हैं।
जानकारी के अनुसार तालाब में वर्तमान में काफी पानी है और इसमें मछली पालन होता है। ऐसे में इतनी सारी मछलियों के एक साथ मरना कई तरह के सवाल भी खड़े करता है। हालांकि नगर पालिका के अफसरों तक यह बात पहुंची तो उन्होंने दिखवाने की बात कहकर जिमेदारी से पल्ला झाड़ लिया।
पहले सिंचाई विभाग के अधीन था तालाबरू तालाब वर्षो से सिंचाई विभाग के अधीन था। शहरी क्षेत्र में होने से इसे नगर पालिका में शामिल करने लोगों ने बहुत प्रयास कर उच्च स्तर तक मांग उठाई। साल 2002 में उनकी मांग पूरी हुई और सिंचाई विभाग से यह तालाब नगर पालिका के हेंडओवर हुआ था। नपा ने चार साल पहले करीब 33 लाख रुपए खर्च कर तालाब का सौंदर्यीकरण कर पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित किया था। जिसमें तालाब की पाल पर पेड़, पौधे लगाने के अलावा लोगों के बैठने कुर्सिया, पेबर्स लगाने के साथ अन्य सुविधा जुटाई थी। पूर्व में तालाब काला तालाब के नाम से पहचाना जाता था, लेकिन नगर पालिका ने कुछ वर्ष पहले इसका नाम परिर्वतन कर श्याम सरोवर कर दिया था। उसके बाद से ही शहर के अलावा पूरे विकासखंड में श्याम सरोवर के नाम से तालाब को एक नई पहचान मिली है।