किसान कांग्रेस की समन्वय बैठक में जिला अध्यक्षों को कड़ी चेतावनी

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धर्मेंद्र सिंह चौहान बोले—“अगर राजनीति नहीं करनी तो दूसरों का हक मत मारो”, जल्द हटेंगे 10–12 जिला अध्यक्ष

Drnewsindia.com/भोपाल। मध्यप्रदेश किसान कांग्रेस की समन्वय समिति की महत्वपूर्ण बैठक शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, किसान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान, विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।

बैठक के दौरान जिला अध्यक्षों के कामकाज को लेकर सख्त नाराज़गी देखने को मिली। किसान कांग्रेस अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान ने प्रदेशभर से आए जिला अध्यक्षों को खुलकर चेतावनी दी।


चौहान की सख्त चेतावनी – “दूसरों का हक मत मारो”

धर्मेंद्र चौहान ने जिला अध्यक्षों को संबोधित किया।

चौहान ने कहा—
“अगर आप लोगों को राजनीति नहीं करनी तो मेरा आग्रह है दूसरों का हक मत मारो। हमने 31 जिला अध्यक्ष बनाए, लेकिन उनमें से केवल 10–12 ही ईमानदारी से काम कर रहे हैं। बाकी निष्क्रिय हैं। किसी बड़े नेता के खास होने से कुछ नहीं होगा। जो काम नहीं करेगा, उसे हटाया जाएगा।”

उन्होंने स्पष्ट किया कि 31 में से 10–12 जिला अध्यक्ष जल्द हटाए जाएंगे


बैठक में जिलेवार रिपोर्ट और किसान मुद्दों पर चर्चा

बैठक में संगठन विस्तार, किसान हितैषी नीतियों और आगामी रणनीति पर चर्चा की गई।
जिला अध्यक्षों ने अपने-अपने क्षेत्र में किए गए कार्यों और किसानों से जुड़े मुद्दों जैसे—

  • फसल नुकसान
  • समर्थन मूल्य
  • सिंचाई
  • खाद-बीज की उपलब्धता

की स्थिति नेतृत्व के सामने रखी।


पटवारी ने बताया—जिला अध्यक्ष पद की अहमियत

प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा—
“किसान कांग्रेस का जिला अध्यक्ष बेहद महत्वपूर्ण पद है। प्रदेश की पूरी राजनीति में किसान कांग्रेस की भूमिका मजबूत होती है। मैं अपने काम का 40% फोकस किसानों के लिए करता हूं।”

उन्होंने बूथ स्तर तक संगठन की सक्रियता बढ़ाने पर जोर दिया।


हेमंत कटारे ने सरकार पर लगाई आरोपों की झड़ी

उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा:

  • “विधानसभा में सरकार ने झूठा दावा किया कि अतिवृष्टि वाले क्षेत्रों में पूरा मुआवजा बांट दिया गया। यह पूरी तरह गलत है।”
  • “केंद्रीय मंत्री के गृह जिले में नकली खाद–बीज बांटा गया।”
  • “कृषि मंत्री के जिले में खाद को लेकर गोली चलने की घटना को सरकार ने आपसी रंजिश बता कर दबा दिया।”

कटारे ने कहा कि वर्तमान सरकार किसान हितैषी नहीं, किसान विरोधी है और यह बात एक-एक पंचायत तक पहुंचानी होगी।


बैठक में संगठन विस्तार, किसान हितों और आगामी किसान आंदोलनों पर स्पष्ट रणनीति बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए गए। जिला अध्यक्षों की सक्रियता पर पहली बार इतनी सख्त नाराज़गी व्यक्त की गई, जिससे आने वाले दिनों में किसान कांग्रेस के संगठन में बड़े बदलाव तय माने जा रहे हैं।


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