सिरोंज / क्षेत्र के ग्राम विश्रामपुर के किसान मोहन सिंह पुत्र बलभद्र सिंह ने करीब डेढ़ महीना पहले एसडीएम हर्षल चैधरी को एक शिकायती आवेदन देते हुए फर्जी केसीसी मामले में कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन अब तक इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। शिकायत के डेढ़ महीने बाद भी मामले में सारी कवायद केवल जांच टीम गठित होने तक सीमित है। नतीजा किसान न्याय के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है। डेढ़ महीने में किसान ने कलेक्टर से लेकर बैंक प्रबंधक व लीड बैंक अधिकारी सहित कई अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा चुका है। दरअसल, आइसीआइसीआइ बैंक से किसान मोहन सिंह पुत्र बलभद्र सिंह के नाम पर किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) से फर्जी तरीके से सात लाख रुपए का लोन निकाल लिया गया है। लोन लिए जाने की जानकारी किसान को डेढ़ महीने पहले तब हुई जब बैंक का एक कर्मचारी किसान के गांव क्रेडिट कार्ड से लिए गए लोन की वसूली करने पहुंचा।
किसान ने वसूली करने पहुंचे बैंक कर्मी से भी बताया कि उन्होंने ने तो बैंक से कोई लेनदेन किया ही नहीं है। और न ही किसी अन्य बैंक से केसीसी बनवाया। इसके बाद किसान मोहन सिंह ने ने पूरे मामले की शिकायत बैंक प्रबंधक के अलावा एसडीएम से भी की। किसान ने बताया कि उनके पास 26 बीघा जमीन है। जिससे उनका जीवन यापन होता है। अब बैंक 7 लाख रुपए का लोन निकालकर वसूली कर रहा है। उनका कहना है यदि बैंक और प्रशासन ने सही आरोपी को नहीं पकड़ा तो उसकी जमीन बिक जाएगी। फिलहाल शिकायत के बाद एसडीएम ने जांच कमेटी गठित कर रिपोर्ट देने को कहा है।
गांव के एक व्यक्ति पर है शकरू परेशान किसान मोहन सिंह का आरोप है कि अधिकारी भले ही छुपा रहे हैं, लेकिन धीरे-धीरे परतें खुलने लगी हैं। जांच में गांव के ही एक व्यक्ति का नाम आ रहा है। उसी व्यक्ति ने बैंक के अधिकारियों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से लोन की राशि निकाल ली है। इस मामले में अभी अधिकारी अधिकारी कुछ बता
5 साल पहले 2019 में बना था केसीसी
बैंक से करीब पांच वर्ष पहले 2019 में लोन की राशि निकाली गई है। किसान का कहना है कि शुरू में फर्जीवाड़ा करने वाला व्यक्ति समय-समय पर ब्याज भरता रहा है। इस कारण बैंक के कर्मचारी कभी विश्रामपुर नहीं पहुंचे। लेकिन, जब इस बार ब्याज नहीं भरा गया तो बैंक अधिकारी वसूली के लिए किसान तक पहुंच गए। इससे पूरे मामले का खुलासा हो गया।
मामले में जांच चल रही है।
बैंक प्रबंधन को भी लिखा है। निजी बैंक होने के कारण एक बैंक समिति इस पूरे मामले पर जांच कर रही है। पूरी उमीद है कि एक-दो दिन में रिपोर्ट मिल जाएगी। अब तक यह स्पष्ट हो गया है कि किसान ने कोई केसीसी नहीं लिया है। जिस व्यक्ति ने लिया है। उस पर एफआइआर दर्ज करवाई जाएगी।
हर्षल चैधरी, एसडीएम सिरोंज