राजगढ़़ / बाल विवाह खत्म होगा तभी समाज का बेहतर विकास संभव है, इसी उद्देश्य के साथ खिलचीपुर विकासखंड में बाल विवाह के प्रति जागरूकता हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, कोटवार, चौकीदार, शिक्षक सहित ग्रामीण स्तर के विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने सहभागिता की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं अनुविभागीय (राजस्व) अधिकारी श्रीमती अंकिता जैन ने बाल विवाह के गंभीर परिणामों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह सामाजिक कुरीति बच्चों के भविष्य को अंधकारमय बना देती है। उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील की कि यदि कहीं से भी बाल विवाह की सूचना मिले तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी, जिससे लोग निडर होकर जानकारी दे सकें।
परियोजना अधिकारी बाल विकास श्रीमती प्रतिभा साहू ने इस विषय पर विस्तार से चर्चा की और कहा कि ग्रामीणों की सजगता और जागरूकता ही बाल विवाह जैसी कुप्रथा को जड़ से समाप्त कर सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन पूरी गंभीरता से इस अभियान में जुटा है और हर संभव सहयोग प्रदान करेगा।इस कार्यशाला में सामाजिक संस्था अहिंसा वेलफेयर सोसायटी की सक्रिय भागीदारी रही।
संस्था के श्री अरुण सातालकर ने बाल विवाह से उत्पन्न होने वाली स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक समस्याओं को गहराई से समझाया। उन्होंने कहा कि बाल विवाह केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि यह बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन है, जिससे उनके शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।
वहीं अहिंसा के कार्यकर्ता श्री मनीष दांगी ने बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस अधिनियम के अंतर्गत बाल विवाह कराने वाले, उसमें सहयोग करने वाले या उसे प्रोत्साहित करने वाले सभी लोग दंडनीय हैं। उन्होंने यह भी समझाया कि कानून के साथ-साथ समाज के जागरूक नागरिकों की भागीदारी से ही इस बुराई को समाप्त किया जा सकता है।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी प्रतिभागियों ने बाल विवाह रोकने और उसकी सूचना देने का संकल्प लिया। सुपरवाइजर श्री संतोष चौहान ने बताया कि यह कार्यशाला न केवल जानकारी प्रदान करने का माध्यम रही, बल्कि यह ग्रामीण समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में एक मजबूत कदम भी है। यह कार्यक्रम इस बात का उदाहरण है कि जब प्रशासन, समाज और सामाजिक संस्थाएं मिलकर कार्य करती हैं, तो किसी भी सामाजिक बुराई को जड़ से समाप्त किया जा सकता है।
इस अवसर पर अहिंसा वेलफेयर सोसायटी से श्री अरुण सातालकर, श्री मनीष दांगी, श्रीमती रजनी प्रजापति, सुपरवाइजर श्री संतोष चौहान सहित स्थानीय प्रतिनिधि एवं आमजन उपस्थित रहे।