विदिशा / जिले की कृषि मंडियों में घोटालों की परतें खुलती ही जा रही हैं। कुरवाई, लटेरी और गुलाबगंज के बाद अब गंजबासौदा कृषि मंडी में 44 लाख 75 -हजार 800 रुपए के घोटाले का खुलासा – हुआ है। इसमें मई से नवंबर 2023 के बीच – मंडी में 20 सीसीटीवी कैमरे, दो वाटर – कूलर, 10 गार्डन चेयर, एक प्रोजेक्टर, सचिव कक्ष के लिए एसी, 13 डस्टबिन, 24 कुर्सियां और रैक की खरीद दिखाई गई।
हैरानी की बात यह है कि 13 डस्टबिन के लिए 4 लाख 23 हजार 728 रुपए और 24 – कुर्सियों के लिए 2 लाख 46 हजार रुपए का भुगतान किया गया, जो बाजार मूल्य से तीन से पांच गुना अधिक है। यह खरीद कुरवाई की देवांश कम्प्यूटर एंड फोटोकॉपी और भोपाल की आशीर्वाद इंटरप्राइजेज के नाम पर फर्जी बिलों के जरिए 11 मई से 12 जुलाई 2023 के बीच की गई। यानी एक डस्टबिन की कीमत 32 हजार और एक कुर्सी 10 हजार में खरीदी गई। आरोप है कि तत्कालीन मंडी सचिव ओमप्रकाश इमने और अकाउंटेंट गणेश प्रसाद कोष्ठा ने फर्जी आडिट में भी इस पर आपत्ति नहीं उठी गई। किसान संगठनों ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच और आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) से जांच की मांग उठाई है।
मध्य प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड की एमडी ने ओमप्रकाश इमने का स्थानांतरण रायसेन की बरेली मंडी में किया था, लेकिन इस आदेश का पालन नहीं हुआ। हुआ। इसके इ बजाय डिविजनल ऑफिस से बरेली से कुरवाई मंडी के लिए आदेश जारी कर दिया गया।
इसके बाद इमने कुरवाई से लटेरी और फिर गंजबासौदा मंडी का प्रभारी बन गया। इस दौरान उन्होंने अपनी पहुंच का इस्तेमाल कर तीनों मंडियों में प्रस्ताव बनवाकर स्वीकृति ली और फर्जी बिलों से भुगतान कराया।प्रस्ताव स्वीकृति में भी गड़बड़ीरू मप्रराज्य कृषि विपणन बोर्ड के आंचलिक कार्यालय को भेजे गए प्रस्ताव के आधार पर खरीद की स्वीकृति ली गई, लेकिन आरोप है कि सामग्री की खरीद में कागजी खानापूर्ति कर ज्यादा राशि का भुगतान किया। ब्लॉक भारतीय किसान संघ के भगत सिंह रघुवंशी ने सामग्री की कीमत और आपूर्तिकर्ता फर्मों की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा ऑडिटरों ने भी मामले पर आपत्ति नहीं जताई, सवाल तो उठेगा।
गिरफ्तारी के लिए प्रोटेक्शन वारंटी जारी किया
ओमप्रकाश इमने की गिरफ्तारी के लिए प्रोटेक्शन वारंट जारी किया गया है। अनुमान है कि मंगलवार को उनसे पूछताछ हो जाएगी। कहीं शिवबहादुर सिंह और विश्वनाथ धामडे फरार चल रहे हैं। इन दोनों ने कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी लगाई थी। कोर्ट ने दोनों के आवेदन खारिज कर दिए हैं। अजय मिश्रा, एसडीओपी, लटेरी
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दोबारा आॅडिट के लिए पत्र लिखा है
ओमप्रकाश इमने के कार्यकाल में हुई खरीद का ऑडिट दोबारा कराने के लिए पत्र लिखा गया है। यदि गड़बड़ी पाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। विजय राय, एसडीएम एवं गंजबासौदा कृषि मंडी प्रशासक
संगठनों ने जांच की मांग की
सहकार भारती के जिला अध्यक्ष नारायण सिंह रघुवंशी ने कहा कि वे इस घोटाले की जांच के लिए मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री से मिलेंगे। पूर्व विधायक निशंक जैन ने कहा कि वे साक्ष्यों के साथ प्रदेश के कृषि मंत्री और कृषि उत्पादन आयुक्त के सामने मामला रखेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के साथ लोकायुक्त में शिकायत करेंगे।
इन तीन मंडियों में गड़बड़ी पर हो चुकी है एफआईआर
लटेरी मंडी में 61 लाख की फर्जी खरीदी की गई। मंडी सचिव पूरनलाल राज की शिकायत पर तत्कालीन सचिव ओमप्रकाश इमने, सहायक उप निरीक्षक शिवबहादुर सिंह और सहायक ग्रेड-3 विश्वनाथ धामडे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। . गुलाबगंज कृषि उपज मंडी में करोड़ों के घोटाले का खुलासा हुआ है।