Drnewsindia.com/चरनाल के गायत्री विद्या मंदिर हायरसेकंडरी स्कूल में शुक्रवार को छात्राओं के बीच गायत्री गार्डन में विभिन्न खेलों की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। आयोजित खेल प्रतियोगिता में विद्यालय की छात्राओं ने भाग लिया उत्साह के साथ किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं में पढ़ाई के साथ शारीरिक फिटनेस और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।
खेल शिक्षा का महत्व
निदेशक आरपी गौर ने कहा कि खेल शिक्षा का अभिन्न हिस्सा हैं। खेलों से विद्यार्थियों में अनुशासन, धैर्य और आत्मविश्वास का विकास होता है।
प्रधानाचार्य अजय तिवारी. उप-प्रधानाचार्य श्री दशरथ विश्वकर्मा, और डॉ भुवन गौर ने भी छात्राओं को संबोधित किया।
खेल प्रतियोगिताओं में उत्साह
खेल के दौरान छात्राओं ने 100 मीटर दौड़, 4×100 मीटर रिले, स्पून-लेमन रेस, स्किपिंग और कबड्डी में भाग लिया।
मैदान में उत्साह और प्रतिस्पर्धा का माहौल बना रहा।
विजेताओं को सम्मान
समापन समारोह में विजेता छात्राओं को प्रमाणपत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए।
प्रधानाचार्य और निदेशक ने छात्राओं को प्रोत्साहित किया और कहा—
“जीवन में जीत और हार दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। असफलता से सीख लेना ही सच्चा खिलाड़ी बनाता है।”
टीम भावना और सहयोग
छात्राओं ने प्रतियोगिताओं में टीमवर्क और निष्पक्ष खेल भावना दिखाई।
शिक्षक और अभिभावक भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे और प्रदर्शन की सराहना की।
आगामी खेल गतिविधियाँ
विद्यालय प्रशासन ने घोषणा की कि आने वाले समय में इंटर-स्कूल स्पोर्ट्स मीट, योगा वर्कशॉप और स्वास्थ्य जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएंगे।
शिक्षा और खेल का संतुलन
गायत्री विद्या मंदिर हायरसेकंडरी स्कूल में शिक्षा के साथ-साथ खेल, संगीत, नृत्य और सांस्कृतिक गतिविधियों पर भी जोर दिया जाता है।
समापन
खेलों की प्रतियोगिता का आयोजन राष्ट्रगान के साथ समाप्त हुआ।
छात्राओं ने संकल्प लिया कि वे खेलों को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएंगी।



