जहां.जहां से आएंगे केसए वहां बनेगी टीम पहली एसआइटी में साइबर सेल भी

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भोपाल / पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े में अब सरकार एक्शन मोड में आ चुकी है। इसी बीच पुलिस ने भी मामले की जांच और तेज कर दी है। फर्जीवाड़ा का गढ़ बने ग्वालियर रेंज के जिलों में मामलों की जांच के लिए पहली स्पेशल इन्वेटिगेशन टीम (एसआइटी) का गठन किया गया है। ग्वालियर आइजी अरविंद सक्सेना के निर्देश के बाद एएसपी के निर्देशन में पांच सदस्यीय की टीम गठित कीगई है। इसी तरह जहां-जहां से केस आते जाएंगे, वहां के लिए टीमें गठित की जाएंगी।
अभी शिवपुरी के लिए
फर्जीवाड़े के मुरैना में सात और उसके बाद शिवपुरी में छह मामले पकड़े गए। इसके बाद शिवपुरी एसपी अमन सिंह राठौड़ ने मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया है। कमान प्रभारी एएसपी के सौंपी गई है। एसआइटी में तीन इंस्पेक्टर और साइबर सेल के प्रभारी को भी शामिल किया गया है।
दो आरोपी पकड़े
शिवपुरी. एसएएफ 18वीं बटालियन में फजीवाड़े के दो आरोपियों को गिरतार किया गया है। इनमें एक का नाम अंकेश पुत्र भूरा सिंह रावत निवासी ग्राम जतरथी थाना करहिया ग्वालियर है। धर्मेन्द्र पुत्र जगन्नाथ गुर्जर निवासी भितरवार को एक दिन पहले ही गिरतार किया है। चार आरोपी फरार हैं।
इस प्रकार के आपराधिक कृत्य एवं योग्य अभ्यर्थियों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सफल अभ्यर्थियों के बायोमेट्रिक डाटा और आधार हिस्ट्री की सूक्ष्मता से जांच की जा रही है। फर्जीवाड़ा पाए जाने पर अभ्यर्थियों के विरुद्ध अपराध दर्ज कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की गई है।
ठोस कार्रवाई नहींरू जीतू
मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि:भ्रष्टाचार भर्ती विभागः बन गया है। परीक्षा में सॉल्वर गैंग के माध्यम से फर्जी उमीदवारों को बैठाया गया। कई एफआइआर हो चुकी हैं, पर ठोस कार्रवाई होती नहीं दिख रही।
सूक्ष्म जांच जारी
पुलिस मुयालय में शनिवार को प्रेसवार्ता कर लॉ एंड ऑर्डर आइजी अंशुमान सिंह ने कहा कि पूरे मामले की सूक्ष्म जांच जारी है। पुलिस मुयालय भोपाल द्वारा अंतिम परिणाम जारी होने के बाद सभी सफल अभ्यर्थियों का चरित्र सत्यापन एवं नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान उनकी आवंटित इकाइयों से बायोमेट्रिक एवं आधार हिस्ट्री की जांच के लिए पुनरू निर्देश जारीकिए गए हैं।


तुरंत एफआइआर
ग्वालियर में आरक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा के मामले बढ़ते जा रहे है। ताजा मामला 14वीं बटालियन से सामने आया है। जहां पांच फर्जी अभ्यर्थी आरक्षक की नौकरी ज्वाइन करने बटालियन पहुंच गए। पांचों से पूछताछ की गई तो अधिकारियों को शक हुआ। तुरंत बाद एफआइआर दर्ज कर पांचों से पूछताछ कर जांच की जा रही है।
जिलेवार दर्ज केस
मुरैना 07
शिवपुरी 06
श्योपुर 02
ग्वालियर 02
इंदौर 01
दतिया 01
अलीराजपुर 01
राजगढ़ 01
शहडोल 01
सीएम बोले- सख्त कार्रवाई के निर्देश
सीएम डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को कहा कि पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में फर्जीवाड़े एवं अनियमितता की सूचना मिलने पर सत कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया है।

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