भोपाल। कांग्रेस की ‘किसान न्याय यात्रा’ और ‘वोट चोर गद्दी छोड़ो आंदोलन’ के तहत रविवार को राजधानी भोपाल के गांधी पार्क में हुई रैली में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने केंद्र और राज्य सरकार पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से सिंधिया परिवार बीते 50 साल से सांसद चुनकर आ रहा है, लेकिन आज भी वहां गरीबी, कुपोषण और बेरोजगारी कायम है। अस्पताल और स्कूलों की हालत बदतर है।”
पटवारी ने कहा कि सिंधिया ने अतिथि विद्वानों और किसानों की कर्जमाफी का बहाना बनाकर कांग्रेस छोड़ी थी, लेकिन अब मंत्री पद की कुर्सी मिलने के बाद वे उन्हीं मुद्दों पर चुप हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा— “जब चुनाव आते हैं, तो सिंधिया परिवार रील बनाने के लिए मिठाई और चाय की दुकानों पर चला जाता है।”

मुख्यमंत्री पर भी बोला हमला
रैली के दौरान पटवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों की हालत बदतर है, आत्महत्या की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन सरकार मौन है। “प्रदेश की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है, सरकार कर्ज में डूबी है और मुख्यमंत्री फिजूलखर्ची में व्यस्त हैं,” पटवारी ने कहा।
उन्होंने छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड का जिक्र करते हुए कहा— “25 बच्चों की मौत जहरीली दवा से हुई, यह सरकारी हत्या है। जब यह हादसा हुआ, तब मुख्यमंत्री असम में पर्यटन कर रहे थे। मैंने दौरा किया, तब जाकर सरकार को होश आया।”
भावांतर योजना पर उठाए सवाल
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने राज्य सरकार की भावांतर योजना को भी विफल बताया। उन्होंने कहा कि “किसानों को धान, गेहूं, मक्का और अन्य फसलों के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं। योजना से कोई लाभ नहीं है। खंडवा और उज्जैन में कई किसानों ने आत्महत्या कर ली है, लेकिन सरकार संवेदनहीन बनी हुई है।”

पटवारी ने राजधानी में कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए और कहा— “भोपाल में ही 10 हजार रुपए के लिए एक युवक की हत्या हो जाती है, इससे स्पष्ट है कि कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है।”




