सीहोर / जीवन-जिंदगी एक बार मिलती है, लेकिन शिव कृपा हो तो जिंदगी हर रोज एक नई ऊर्जा के साथ और उमंग के साथ सार्थक हो सकती है। जीवन में आनंद और खुशी के साथ, शिव भक्ति और परमार्थ करते हुए, जीवन को सार्थक बनाया जा सकता है। जो शंकर का गुणगान, जप, अविरल भक्ति में डूबे रहते है। शिव की आराधना नित करते है, उनका जीवन सार्थक है। उनके जीवन में नई सोच, ऊर्जा और नई दृष्टि मिलती है। उक्त विचार जिला मुख्यालय के समीपस्थ आन लाइन शिवपुत्री शिव महापुराण के तीसरे दिन रविवार को अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहे। उन्होंने अपनी कथा के दौरान देशभर के श्रद्धालुओं को बताया कि आगामी 6 अगस्त को शहर के सीवनघाट से सुबह नौ बजे भव्य कांवड यात्रा निकाली जाएगी। जो शहर के मुख्यालय से करीब 11 किलोमीटर पैदल चलकर धाम पर पहुंचेगी, जहां पर भव्य आरती की जाएगी और बाबा को जल अर्पित किया जाएगा।
आप अविश्वास छोड़कर भगवान शिव की भक्ति में रत रह
आनलाइन कथा के दौरान पंडित श्री मिश्रा ने कहाकि वेदव्यास कहते है कि आप अविश्वास छोड़कर भगवान शिव की भक्ति में रत रहे। आपको गृहस्थी, दुकान, व्यापार और इस संसार को छोड़ने की आवश्यकता नहीं है, भगवान शिव को प्राप्त करने के लिए विश्वास की आवश्यकता है जब आप अविश्वास को छोड़कर शिव की आराधना करते है तो आपको भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। जन्म से मृत्यु का क्रम चलता रहेगा। हमें प्रतिदिन भगवान का ध्यान करना है। कथा के दौरान उन्होंने भगवान गणेश के पुत्र शुभ-लाभ के बारे में विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने कहाकि गणेश महाराज के दो पुत्र शुभ-लाभ जब अपनी माताओं के पास बैठे थे उसी दौरान भगवान शंकर की पुत्रियों ने समझाया। उन्होंने इस दौरान उन्होंने कहाकि जब भी हम तुलसी आदि की परिक्रमा करें, हमारें हाथ खाली नहीं होना चाहिए। इसके अलावा अन्य विषयों पर विस्तार से जानकारी दी।
चलो बुलवा आया है सावन में शिव ने कुबेरेश्वर धाम बुलाया है
हर साल की तरह इस साल भी कुबेरेश्वरधाम कावड़ मेला 10 जुलाई से 8 अगस्त तक रहेगा। बाबा कुबेर भण्डारी के धाम कुबरेश्वर धाम में एक महीने का कावड़ मेला सावन के महीने में प्रारम्भ हो रहा है। भगवान शिव के भक्त कुबेर भंडारी की कावड़ शहर की जीवनदायनी मां सीवन से जल भर कर 11 किलोमीटर की यात्रा पैदल करते हुए बाबा धाम पहुँच कर कावड़ चढ़ाते हैं, पूरी दुनिया में एक कावड़ कुबेर भंडारी की ऐसी भराती है जो दुनिया के सारे कष्टों को समाप्त करती हे इसी लिए शिव भक्त सीहोर से मां सीवन के जल लेकर बाबा कुबेर भंडारी को चढ़ाते हे एवं कंकर शंकर पूजन करते है। इसी बीच में सर्व कार्य सिद्ध करने वाली कावड़ पूज्य गुरुदेव प्रदोष के दिन समर्पित करते हैं, पंडित श्री मिश्रा के साथ जो भक्त कावड़ चढ़ाने आते हे वो मन में जो कामना लेकर आते है बाबा प्रदोष की कावड़ का जल लेकर उस भक्त की कामना पूरी करते है अतरू इस वर्ष की कावड़ प्रदोष की पूज्य गुरुदेव के साथ 6 अगस्त सुबह नौ बजे सीहोर शहर के सीवन घाट से भरा कर ग्यारह किलो मीटर दूर बाबा धाम जाएगी बाबा पर प्रदोष के दिन कावड़ जल गुरु जी के साथ चढ़ाया जाएगा, विठलेश सेवा समिति ने सभी श्रद्धालुओं से कावड़ मेले में अवश्य पधारे एवं बाबा को कावड़ जल चढ़ाकर अपने जीवन को सफल करे।