ट्रांसफॉर्मर, फटने से तीन कर्मचारी झुलसे, किसी तरह कीचड़ में लेटकर आग बुझाई

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झुलसने के कारण कपड़े शरीर से चिपक गए थे।

डीआर न्यूज इंडिया डाॅटकाॅम /राजगढ़ में शुक्रवार को एक ट्रांसफॉर्मर में ब्लास्ट हो गया। जिसके बाद आग लग गई। इस दौरान करीब 15.20 फीट ऊंचाई तक लपटें उठने लगी। हादसे में वहां काम कर रहे तीन कर्मचारी गंभीर रूप से झुलस गए।
यह हादसा शुक्रवार दोपहर में खिलचीपुर की है। हादसा उस वक्त हुआ जब पंडाजी बाग स्थित जल यंत्रालय परिसर में मरम्मत के बाद ट्रांसफॉर्मर की टेस्टिंग की जा रही थी।
आग की लपटों से झुलसे कर्मचारी वहां से दूर भागे और कीचड़ में लोट कर आग बुझाई। तीनों घायल एसएमसी कंपनी के कर्मचारी हैं भर्ती कराया गया। यहा से खिलचीपुर के अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद भोपाल रेफर किया गया है।
आदसे में घायल कर्मचारी

ट्रांसफॉर्मर में ब्लास्ट


जितेंद्र पटेलए उम्र 37 वर्ष,नरेंद्र पटेलए उम्र 40 वर्ष,संजय गुप्ता उम्र 39 वर्ष
दूर तक सुनाई दिया धमाका
मौके पर मौजूद एक और कर्मचारी मनोज ने बताया कि इससे पहले इस ट्रांसफॉर्मर की एक क्वाइल फटी थी, जिसे रिपेयर कर फिर से फिट किया गया था। टेस्टिंग के दौरान ही अचानक यह हादसा हो गया। धमाके की आवाज करीब आधे किलोमीटर दूर तक सुनाई दी।
चिल्लाते हुए दौड़े तीनों कर्मचारी
कर्मचारी मनोज ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर में लगी आग से तीनों कर्मचारियों के कपड़ों में आग लग गई। तीनों बचाओ-बचाओ चिल्लाते हुए दौड़ने लगे। सामने कीचड़ दिखा दी तो उसमें लोट लगाकर उन्होंने किसी तरह आग बुझाई। इसके बाद साथ के कर्मचारी ने जले हुए कपड़े फाड़कर उतारे।
मनोज ने बताया कि हमने दौड़कर उनके शरीर पर चिपक रहे कपड़े खींचकर निकाले। फिर एक निजी वाहन से उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया।
कर्मचारी करीब 70-80 फीसदी तक झुलसे
सभी झुलसे कर्मचारियों को खिलचीपुर अस्पताल लाया गया, जहां नगर परिषद के सीएमओ सहित कई लोग पहुंच गए। ड्यूटी डॉक्टर डॉ. विशाल सिसोदिया ने बताया तीनों कर्मचारियों के शरीर का 70 से 80 प्रतिशत हिस्सा जल चुका है। उनकी हालत गंभीर है, इसलिए उन्हें भोपाल हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया है।
खिलचीपुर बिजली वितरण कंपनी के जेई आलोक सिंह बघेल ने बताया कि नगर के जल मंत्रालय पर लगा 200 केवी का डीटीआर फॉल्ट था। इसके बावजूद बिजली विभाग को बिना सूचना दिए जल मंत्रालय पर कुछ कर्मचारी कार्य कर रहे थे। उन्होंने चालू लाइन में एबी स्विच लगाकर ट्रांसफॉर्मर को चालू किया, जिससे फॉल्ट के कारण वह ब्लास्ट हो गया। अगर कर्मचारी बिजली विभाग को पहले सूचना देकर कार्य करते, तो यह हादसा नहीं होता।
भोपाल की प्राइवेट कंपनी एसएमसी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने कुछ साल पहले खिलचीपुर में पेयजल आपूर्ति के लिए बगा फत्तूखेड़ी लाइन और इंटेक वेल का कार्य लगभग 12 करोड़ रुपए में टेंडर के माध्यम से लिया था। इस कार्य का मेंटेनेंस अनुबंध 5 सालों के लिए था। इसी के तहत कंपनी के कर्मचारी जल यंत्रालय परिसर में ट्रांसफॉर्मर के काम के लिए मौके पर पहुंचे थे।
कर्मचारियों ने इसके लिए बिजली कंपनी से अनुमति नहीं ली थी। झुलसे कर्मचारियों में साइट इंजीनियर संजय गुप्ता के अलावा दो अन्य टेक्नीशियन शामिल हैं, जिन्हें कंपनी ने भोपाल से बुलाया था। प्लांट ऑपरेटर मनोज अहिरवार भी मौके पर मौजूद थे।

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