Drnewsindia.com
भारत में डायबिटीज तेजी से फैलती जीवनशैली से जुड़ी बीमारी बन चुकी है। हर साल 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटीज डे मनाया जाता है, ताकि इस वैश्विक स्वास्थ्य संकट के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाई जा सके।
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 10 करोड़ से अधिक लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं, जबकि लाखों लोग प्री-डायबिटिक स्टेज में हैं।
अक्सर माना जाता है कि डायबिटीज सिर्फ मीठा खाने से होती है, लेकिन हकीकत यह है कि आपकी कुछ रोजमर्रा की अनदेखी आदतें भी इस बीमारी का बड़ा कारण बन रही हैं।
1. क्रोनिक तनाव और कोर्टिसोल का बढ़ा स्तर
लंबे समय तक तनाव में रहने से शरीर कोर्टिसोल हार्मोन का अत्यधिक स्राव करता है। यह हार्मोन लिवर को ज्यादा ग्लूकोज बनाने के लिए प्रेरित करता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है।
धीरे-धीरे यह स्थिति इंसुलिन रेजिस्टेंस पैदा करती है यानी कोशिकाएं इंसुलिन को पहचानना बंद कर देती हैं।
समाधान: योग, ध्यान और प्रकृति में समय बिताना तनाव नियंत्रण में मदद करता है।
2. नींद की कमी बढ़ा रही ब्लड शुगर
अगर आप रोजाना 7-8 घंटे की गहरी नींद नहीं लेते, तो यह भी डायबिटीज का जोखिम बढ़ा सकती है।
नींद की कमी से इंसुलिन की संवेदनशीलता घटती है, कोर्टिसोल बढ़ता है और भूख नियंत्रित करने वाले हार्मोन (लेप्टिन-ग्रेलिन) बिगड़ जाते हैं।
इसका असर यह होता है कि शरीर को मीठा और कार्बोहाइड्रेट की तीव्र craving होने लगती है।
3. गतिहीन जीवनशैली: नई पीढ़ी की सबसे बड़ी गलती
घंटों तक एक ही जगह बैठकर काम करना — आज की पीढ़ी की सबसे आम आदत है।
लेकिन इससे मांसपेशियां इंसुलिन का उपयोग करके ग्लूकोज को ऊर्जा में बदलना बंद कर देती हैं, जिससे शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ता है और मोटापा भी साथ आता है।
समाधान: रोजाना 30-45 मिनट तेज वॉक करें या हल्का व्यायाम करें।
डायबिटीज से बचाव के आसान उपाय
- चीनी और प्रोसेस्ड फूड्स से परहेज करें
- रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक या योगाभ्यास करें
- तनाव को नियंत्रण में रखें
- हर रात 7-8 घंटे की नींद लें
- नियमित रूप से ब्लड शुगर चेक कराएं
इन छोटे-छोटे बदलावों से न केवल डायबिटीज का खतरा कम होगा, बल्कि यदि आप प्रीडायबिटिक हैं, तो शुगर लेवल भी नियंत्रित रहेगा।




