भोपाल / शहर के स्वास्थ्य संस्थानों में कार्य के प्रति लापरवाही और उदासीनता बरतने वाले डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ पर सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा ने सख्त रुख अपनाया है। 9 जुलाई को आयोजित एक्सटेंडेड प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान शिविर में गैरमौजूद रहने पर संबंधितों के खिलाफ वेतन कटौती और कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक, नटखट चौराहा के चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुमित त्यागी शिविर में बिना पूर्व सूचना के गैरहाजिर पाए गए। इस पर उनके खिलाफ सात दिन के वेतन की कटौती करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। वरिष्ठ कार्यालय के निर्देशों की अनदेखी और हितग्राहियों को लाभ से वंचित रखने को गंभीरता से लेते हुए यह कार्रवाई की गई है।
ओपीडी समय में गैरहाजिर मिले दो स्वास्थ्यकर्मी
मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक, दशमेश नगर के चिकित्सा अधिकारी डॉ. आयुष्मान सिंह और नर्सिंग ऑफिसर श्रीमती दुर्गेश्वरी पटैया ओपीडी समय में संस्था से गैरमौजूद रहे। दोनों को कारण बताओ नोटिस के साथ सात दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया गया है। सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा ने कहा कि समय पर स्टाफ की अनुपस्थिति से मरीजों को इलाज में दिक्कत होती है। ऐसे में उन्हें सिविल अस्पताल या जिला अस्पताल की शरण लेनी पड़ती है। संबंधितों को जवाब देने के लिए कहा गया है, संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।