Drnewsinsdia.com/दिल्ली / दिल्ली के लाल किले के पास मिले विस्फोटक एवं बरामद केमिकल की जांच जारी है। सुरक्षा एजेंसियां इस संभावना पर भी नजर गढ़ाए हुए हैं कि मामले का कोई संबंध फरीदाबाद से हो सकता है और क्या इसका कोई निशाना बाबा बागेश्वर की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा थी। पदयात्रा में मौजूद धार्मिक साधक और समर्थक इस घटना पर गम्भीर चिंता व्यक्त कर रहे हैं, वहीं बाबा बागेश्वर के समर्थक एवं धर्मगुरु धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि उनकी पदयात्रा किसी भी साज़िश से प्रभावित नहीं होगी — “हमारे भक्तों का बाल भी बांका नहीं किया जा सकता

क्या मिला और किस दिशा में जांच हो रही है?
दिल्ली पुलिस और एनआईए की संयुक्त टीमें विस्फोटक सामग्री और बरामद रसायनों की लैब रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रही हैं। शुरुआती सुरागों के मुताबिक अमोनियम नाइट्रेट से जुड़े संकेत मिले हैं, जिसे कथित रूप से फरीदाबाद से लाया गया i20 वाहन में रखा गया था। जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि सामग्री किस उद्देश्य से लाई गई और क्या यह पदयात्रा को निशाना बनाकर रखी गई थी।
धीरेंद्र शास्त्री — संयम और आत्मविश्वास का संदेश
धीरेंद्र शास्त्री ने पदयात्रा के दौरान कहा:
“विदेशी ताकतें देश में डर और भ्रम फैला रही हैं, लेकिन हम भारतीय सभी मतभेदों से ऊपर उठकर एकजुट रहेंगे। हमारी पदयात्रा किसी डर या धमकी से रुकने वाली नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश सुरक्षित है और भगवान की कृपा से कोई हमारे भक्तों का बाल भी बांका नहीं कर सकता।”
उन्होंने लोगों से सतर्क रहने और संदिग्ध वस्तु न छूने की हिदायत भी दी।
स्थानीय प्रतिक्रियाएँ — डर, आशंका और न्याय की मांग
- साधना शर्मा (NGO — स्त्री सुरक्षा समिति): यह एक सोची-समझी आतंकी साजिश प्रतीत होती है; अमोनियम नाइट्रेट की उपलब्धता और उसकी आपूर्ति की शैली चिंताजनक है।
- तेजस्विनी (MSW ग्रेजुएट): यह साजिश संगठित व पढ़े-लिखे लोगों के सहयोग से रची गई लगती है; बड़े पैमाने की घटना की साजिश संभव थी।
- राजकुमार शर्मा (नागरिक): बरामदगी स्थल और पदयात्रा के बीच दूरी केवल 15–20 किमी थी — अगर विस्फोट हुआ होता तो बड़ा नुकसान हो सकता था।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सविता चौधरी ने कहा कि घटना की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच आवश्यक है ताकि हर तथ्य सामने आ सके।
आगे की जांच — क्या स्पष्ट करेगी लैब रिपोर्ट?
एनआईए व दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीमें बरामद केमिकल की फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि विस्फोटक कितना खतरनाक था, सामग्री किस स्रोत से आई और क्या सच में पदयात्रा इसका संभावित लक्ष्य थी।
क्या बढ़ा सुरक्षा सवाल?
घटना ने बड़े सार्वजनिक आयोजनों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं — खासकर उन कार्यक्रमों पर जिनमें लाखों लोग शामिल होते हैं। जांच के नतीजों के बाद ही सुरक्षा-प्रोटोकॉल और सतर्कता के मानक तय किए जा सकते हैं।




