सीहोर / नवीन शिक्षा सत्र 2025-26 में एक जून से स्कूल खुलेंगे। बच्चों के लिए 16 जून से विधिवत क्लास शुरु हो जाएंगी। जिले में शिक्षण सत्र तो नया होगा, लेकिन समस्या अभी भी पुरानी ही होगी। बारिश के दौरान न केवल बच्चों को टपकती छत के नीचे बैठना पड़ेगा, बल्कि बारिश का पानी स्कूल भवन परिसरों में जमा होने पर दूर से देखने पर तालाब जैसे दिखेंगे।
जिले में शिक्षा विभाग ने कक्षा एक से 8वीं तक के 93 जर्जर स्कूल भवन चिन्हित किए हैं, जिनकी मरम्मत के लिए शिक्षा विभाग ने अप्रेल के महीने में एक करोड़ 28 लाख रुपए की राशि जारी कर दी, लेकिन जिले से यह राशि एसएमसी (स्कूल मैनेजमेंट कमेटी) के खाते में समय पर नहीं पहुंच सकी, जिसके चलते अभी तक इन चिह्नित स्कूल भवनों की मरम्मत नहीं हो सकी है। डीपीसी आरआर उईके ने बताया कि 15 जून तक जर्जर स्कूल भवनों की मरम्मत कराने की डेडलाइन तय की है। राशि एसएमसी के खाते में समय पर नहीं पहुंचने को लेकर उन्होंने बताया कि विभागीय प्रक्रिया के तहत एसएमसी के पुराने खाते बंद कर दिए गए है, सभी जगह नए खाते खोले जा रहे हैं, जैसे ही खाते खुलेंगे, हम तत्काल राशि जारी कर मेंटेनेंस का काम शुरु करा देंगे। जिले के कुछ सरकारी स्कूल में तो शौचालयों की हालत भी ठीक नहीं है। स्कूल खुलने पर विद्यार्थियों को इस समस्या से भी जूझना पड़ेगा।
ये कुछ उदाहरण, जो बताते आष्टा शहर का यह दूसरा बड़ा स्कूल है, जिसमें शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र से छात्र-छात्रा पढ़ाई करने आते हैं। इस स्कूल का परिसर बारिश का मौसम शुरू होने से पहले ही पानी से भर गया है। पानी भरने के साथ ही गाजर घास उग आई है। मुख्य द्वार से करीब 300 फीट दूर स्कूल भवन तक दोनों तरफ पानी इस तरह भरा है कि मिनी तलैया जैसा नजारा दिखता है। इसके आसपास पूरी बाउंड्रीवॉल भी नहीं बन सकी है।
केस रू ०२
कन्या मिडिल स्कूल इछावर छात्र 60
क्या स्थिति रू टूटी खिड़की, खपरेलू छत और दीवार से टूटकर गिरता मटेरियल कुछ ऐसे हाल इस स्कूल के हैं। शिक्षा सत्र चालू रहने पर इसी स्कूल में बैठकर छात्राएं शिक्षा ग्रहण करती हैं। स्कूल प्रबंधन की तरफसे इस संबंध में उच्च स्तर पर अवगत कराया, लेकिन अब तक कुछ नहीं हो पाया। नवीन शिक्षा सत्र शुरू होने पर फिर छात्राओं को दशहत के बीच इसी जर्जर भवन में बैठकर शिक्षा ग्रहण करना पड़ेगी। इससे दिक्कत अलग होगी।
सीहोर जिले में स्कूल की स्थिति
स्कूल स्कूल संख्या
प्राइमरी 1133
मिडिल 676
हाइस्कूल 122
हायर सेकंडरी 110
कुल दर्ज बच्चे 110000
मेंटेनेंस के लिए 15 जून तक का समय दिया है
एक से आठ तक के जितने स्कूल भवन जर्जर हैं, उनका मेंटनेंस कराने के लिए 15 जून तक का समय दिया गया है। इसकी लगातार हमारी तरफ से मॉनीटरिंग भी की जा रही है।
आरआर उईके, डीपीसी शिक्षा विभाग