फार्मर आइडी बनवाने से बच रहे किसान, 57 हजार अभी बाकी, संपत्ति के खुलासे का डर

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केंद्रीय मंत्री को फार्मर आइडी देते अपर कलेक्टर

विदिशा
केंद्रीय मंत्री को फार्मर आइडी देते अपर कलेक्टर।
मैंने बनवाई फार्मर आइडी, आप भी बनवाएंरू मंत्री
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चैहान सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर विदिशा पहुंचे। उन्होंने खामबाबा टीला स्थित अपने फॉर्म हाउस में फार्मर आइडी बनवाने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी की। फॉर्म हाउस पर प्रक्रिया को पूरा कराने अपर कलेक्टर अनिल डामोर के साथ राजस्व अमला पहुंचा। प्रक्रिया पूरी कर मौके पर ही केंद्रीय मंत्री को फार्मर आइडी दे दी गई। फार्मर आइडी प्राप्त करने के बाद केंद्रीय मंत्री ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि उन्होंने फार्मर आइडी बनवा ली है, बचे किसान भी बनवा लें। जिससे उन्हें शासकीय योजनाओं का लाभ बिना परेशान हुए आसानी से मिल सके। केंद्रीय मंत्री ने लाभ बताते हुए कहा कि आइडी बनाने के बाद किसानों को सभी शासकीय योजनाओं का लाभ अपने आप मिलने लगेगा। बैंकों से ऋण लेने के लिए भी दस्तावेज नहीं जुटाने पड़ेंगे। केवल आइडी देने से ही उनका काम हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आइडी में संबंधित किसान का पूरा विवरण होगा। सभी संपत्ति की जानकारी के साथ उनके द्वारा लिए गए ऋण, मिल रही योजनाओं के लाभ सहित अन्य जानकारी केवल एक आइडी में होगा। इससे संपत्ति के विवाद की स्थिति और भ्रष्टाचार भी खत्म हो जाएगा

योजना का नहीं मिलेगा लाभ
किसानों की आइडी बनवाने में लगे पटवारियों की माने तो बाकी रह गए ज्यादातर किसान आइडी बनवाने से बच रहे हैं। उन्हें इस बात का भय सता रहा है कि आइडी के जरिए उनके नाम की सभी संपत्ति का खुलासा हो जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक आइडी बनवाना जरूरी है। आइडी नहीं होने पर योजना का लाभ नहीं मिलेगा।जिले में कुल 2,40,089 किसानों की फार्मर आइडी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें से अभी केवल 182290 किसानों की आइडी बनाई जा सकी है। इस तरह अभी 57799 किसानों की फार्मर आइडी बनाया जाना शेष है।

सिरोंज तहसील के सबसे अधिक किसानों ने आइडी बनवाई है। बाकी के तहसील काफी पीछे हैं। सिरोंज तहसील में 41603 किसानों में से 29019 किसानों ने फार्मर आइडी बनवाई है। इसी प्रकार विदिशा में 30459 में से 21735 किसानों ने, लटेरी में 24630 में से 17578 किसानों ने, गंजबासौदा में 28842 में से 21187, त्योंदा में 15243 में से 11436, कुरवाई में 21661 में से 16686 और पठारी में 8441 में से 6770 किसानों ने फार्मर आइडी बनवाई है। इसी तरह गुलाबगंज में 11623 में से 9613 किसानों ने, ग्यारसपुर में 13860 में से 11581, नटेरन में 19921 में से 16654, शमशाबाद में 18974 में से 15897 और विदिशा नगर में 4832 में से 4134 किसानों की फार्मर आइडी बन पाई है। बाकी रह गए किसानों की फार्मर आइडी बनवाने के लिए राजस्व विभाग के मैदानी अमले को लगाया गया है। आइडी बनवाने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होता है

प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद बड़ी संख्या में किसान फार्मर आइडी बनवाने से बच रहे हैं। इसकी वजह किसानों में संपत्ति के खुलासे का डर बताया जा रहा है। शासन-प्रशासन का दावा है कि फार्मर आइडी बनने से किसानों को शासकीय योजनाओं का लाभ लेने से लेकर ऋण लेने तक में काफी सहूलियत होगी। इसके बावजूद अभी 57 हजार किसानों ने फार्मर आइडी नहीं बनवाई है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चैहान ने सोमवार को विदिशा पहुंचकर अपनी फार्मर आइडी बनवाने को लेकर प्रक्रिया पूरी की। इस मौके पर उन्होंने बाकी रह गए किसानों से भी आइडी बनवाने की अपील की।फार्मर आइडी बनवाने की ये है प्रक्रिया

आइडी बनवाने के लिए किसान के पास आधार कार्ड व ओटीपी के लिए आधार से लिंक मोबाइल फोन होना चाहिए। किसान किसी भी कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर आइडी बनवा सकता है। प्रत्येक गांव में प्रशासन की ओर से लगाए गए लोकल यूजर पर्सन या फिर गांव के पटवारी से भी संपर्क कर आइडी बनवाई जा सकती है।

किसानों की आइडी में ये रहेगी जानकारी

किसानों की फार्मर आइडी में उसके नाम से सभी जमीन का खसरा उपलब्ध रहेगा। बैंक खातों के विवरण के साथ ही शासन की योजनाओं के लाभ और लिए गए ऋण की जानकारी भी आइडी में उपलब्ध रहेगी। आइडी से ही किसानों की योजनाओं के लिए पात्रता निर्धारित की जाएगी और आइडी के जरिए ही लाभ दिया जाएगा।

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