भोपाल / मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद मंगलवार को बसों की चेकिंग की गई। दानिश चैराहे से गुजरते वक्त एएसआई प्रेमनारायण ने आनंद विहार स्कूल लिखी बस को रोका तो चालक राधेश्याम नशे में धुत मिला। उसके पास न तो जरूरी दस्तावेज थे और न ही उसने ड्राइवर की वर्दी पहनी थी। पुलिस ने बस जब्त कर ली है।
मंगलवार को भोपाल में 19 चेक पॉइंट बनाए गए थे। दिनभर में स्कूल-कॉलेज की 410 बसों को चेक किया गया। इनमें से 126 बसें तय पैमाने पर खरी नहीं उतरीं। इन पर मोटर व्हीकल एक्ट की धाराओं में कार्रवाई की गई। डीसीपी ट्रैफिक संजय सिंह ने बताया कि ये अभियान 31 मई तक जारी रहेगा।अमले की कमी – डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर से लेकर विभाग में कुल 910 पद खाली बाणगंगा चैराहे पर महिला डॉक्टर की जान लेने वाली कॉलेज बस बिना फिटनेस सड़क पर दौड़ रही थी। भोपाल संभागायुक्त ने ऐसी बसों की जांच न करने के कारण भोपाल आरटीओ को निलंबित कर दिया है। प्रदेशभर में करीब 46 हजार शैक्षणिक और यात्री बसें रजिस्टर्ड हैं।
इन्हें चेक करने और फील्ड में अवैध वसूली रोकने के लिए जिम्मेदार रीजनल ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर (आरटीआई) और ट्रांसपोर्ट सब इंस्पेक्टर (टीएसआई) की संख्या केवल 66 है। भोपाल आरटीओ में चार सिपाही और फ्लाइंग स्क्वॉड में तीन कर्मचारी पदस्थ हैं।मप्र परिवहन विभाग में लंबे समय से कोई भर्ती नहीं हुई है। डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर से लेकर मिनिस्ट्रियल स्टाफ तक करीब 910 पद खाली हैं। इनमें आरटीआई और टीएसआई के 166 खाली पद

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