बेमौसम बरसात से उफनता मोहनपुरा, कुंडालिया को अब भी इंतजार

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ब्यावरा / बीत तीन दिन से जिलेभर में मानसून आफत बनकर बरस रहा है। वहीं सारंगपुर के लोगो को अब भी अच्छी बारिश का इंतजार है। इस मानसून के सीजन में अब तक जिले की हर तहसील में कहीं दुगनी तो कहीं इससे कही ज्यादा बारिश हो चुकी है। लेकिन सारंगपुर में अब भी पिछले साल की तुलना में ही करीब 186 मिलीमीटर बारिश कम हुई है।
जिले में अन्य तहसीलों में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश का असर है कि यहां के अधिकांश नदी नाले उफान पर है, कई निचली बस्तियों में पानी घुसने से लोगो को आने-जाने तक में परेशानी हो रही है। लगातार बारिश के चलते नेवज नदी के मोहनपुरा डेम के गेट पिछले तीन दिन से खुले हुए है। रविवार दोपहर में शुरू हुई बारिश ने सोमवार को पूरे जिले को भिगोया। रात में बारिश की रफ्तार कुछ कम हुई तो मंगलवार को मौसम खुलदो दिन में ये कच्चे मकान धराशाई
माचलपुर के गोपालपुर में नारायण सिंह सौंधिया का मकान क्षतिग्रस्त, ब्यावरा के चंदेरी में मेहताब पिता कालू का कच्चा मकान दरकार, कुरावर के तानपुरा में हमीदा खान का कच्चा मकान क्षतिग्रस्त, भैसाना में कंचन पिता भेरूलाल का मकान क्षतिग्रस्त, पचोर के निपानिया रुहेला में रमेश पिता दोलजी का मकान क्षतिग्रस्त तलेन के जाट खेड़ी में राम प्रसाद पिता गोपीलाल का मकान क्षतिग्रस्त, सुठालिया के ग्राम साडियां में कल देवचंद मोंगिया का मकान क्षतिग्रस्त, सुठालिया के कोलू खेड़ा में नानकराम बसौड़ का मकान क्षतिग्रस्त, सुठालिया के शिमला पहाड़ में नरबदी बाई गुर्जर का मकान क्षतिग्रस्त
तहसील के नेशनल हाइवे जाम करेंगे, सीएम हाउस घेरेंगे
देहात थाने में तहसीलदार सुभाष अलावे को ज्ञापन देते हुए जिलाध्यक्ष मयंक प्रताप सिंह ने करा, राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनके साथ गिरफ्तार किए कार्यकर्ताओं को नहीं छोड़ा गया तो सोमवार को तहसील स्तर पर हाइवे पर चक्काजाम करेंगे। संगठन से आदेश मिला तो सीएम हाउस घेरने के लिए भोपाल रवाना होंगे। जिलाध्यक्ष ने कहा करणी सेना परिवार के आंदोलन में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा और सर्व राजपूत समाज शामिल है। ज्ञापन के दौरान चिंटू बना सहित अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता रहे।

इधर कालीसिंध पर बना कुंडलिया डेम खाली पड़ा
मोहन्पुरा डेम में जहां पानी की अत्यधिक आवक होने के कारण यहां से बड़ी मात्रा में पानी नदी में छोड़ा जा रहा है। वहीं जिले के जीरपुर में बना कालीसिंध नदी पर बना कुंडालिया डेम अब भी खाली पड़ा है। दरअसल इस साल सारंगपुर तहसील में बारिश की खेंच बनी हुई है। यहां मंगलवार सुबह तक महन 344.6 मिमी बारिश हुई है।

मंगलवार को दो बार बढ़ाई डेम गेट की ओपन हाईट
रविवार दोपहर से लगातार हो रही बारिश के बाद रविवार शाम मोहन्पुरा डेम के चार गेट खोले गए थे। सोमवार सुबह इनकी संख्या छह हो गई। सोमवार अल सुबह से मंगलवार तक नेक्ज नदी के उफान पर रहने से छोटा पुल डूबा रहा। कालीपीठ क्षेत्र के करीब 100 गांवों का रास्ता बंद रहा। मंगलवार रात दो गेट बंद करने के बाद सुबह नदी का पानी उतर गया। पुल से आवागमन शुरु हो गया। लेकिन नेवज नदी के ऊपरी क्षेत्र में लगातार हो रहीबारिश के कारण शाम को फिर से छह खोल दिए गए। पानी की आक्क गेट इतनी ज्यादा थी कि शाम सात बजे इन सभी छह गेट की हाइट बढ़ा दी गई। मोहनपुरा परियोजना एसडीओ अर्पित सक्सेना ने बताया कि डेम के 4 गेट 1-1 मीटर जबकि 2 गेट 2-2 मीटर खोले गए है। 1137.154 कयूमिक पानी नेवज नदी में आने में छोड़ा जा राय है। ऐसे में आज नेवज नदी का पानी शहर के पुराने बसस्टैंड तक आने की संभावना है।

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