प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल का नया नवाचार: हर महीने नेताओं को साथ बैठकर भोजन करना होगा
Drnewsindia.com/भोपाल। मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल संगठन को अधिक सुशासित, संगठित और सक्रिय बनाने में लगातार नवाचार कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से ही वे पार्टी में व्याप्त दूरियों, गुटबाजी और असमन्वय को खत्म करने के लिए नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने अब एक महत्वपूर्ण पहल की है—मंत्री, सांसद, विधायक और जिलाध्यक्ष हर महीने एक दिन एक ही घर में साथ भोजन करेंगे।
पार्टी का मानना है कि यह परंपरा नेताओं में न केवल समन्वय और एकता बढ़ाएगी बल्कि जिलों में फैली गुटबाजी भी कम होगी।
केंद्र में है ‘समन्वय मॉडल’—जिले में नेताओं का एक ही जाजम पर भोजन
हाईकमान के निर्देशों से इतर यह पहल पूरी तरह खंडेलवाल का नवाचार मानी जा रही है।
इसमें—
- सांसद, विधायक और जिलाध्यक्ष हर महीने एक दिन साथ बैठकर भोजन करेंगे
- भोजन किसी रेस्टोरेंट में नहीं, बल्कि इन्हीं में से किसी एक नेता के घर में होगा
- जिला स्तर पर नेताओं के बीच बढ़ते मतभेद इस पहल से कम होने की उम्मीद
भाजपा कार्यकर्ता इस प्रयोग का खुले दिल से स्वागत कर रहे हैं।
खंडेलवाल के नवाचारों से बदल रहा संगठन
पांच महीने पहले प्रदेश अध्यक्ष बने हेमंत खंडेलवाल संगठन को मजबूत करने के लिए लगातार जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं।
उन्होंने—
- पूरे प्रदेश का दौरा किया
- समय रहते नई टीम का गठन किया
- निष्ठावान कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी
वे भाजपा के पहले प्रदेश अध्यक्ष हैं जिन्होंने बिना विवाद और देरी के टीम की घोषणा कर दी। अब इसी महीने प्रदेश कार्यसमिति और स्थायी आमंत्रित सदस्यों के नाम भी सामने आने की उम्मीद है।
जिलों में चल रहे विवाद निपटाए, नेताओं में बढ़ा समन्वय
प्रदेश अध्यक्ष को दौरे के दौरान जानकारी मिली कि कई जिलों में नेता आपसी विवादों में उलझे हुए हैं। इसके बाद उन्होंने व्यक्तिगत प्रयासों से इन विवादों को खत्म कराया।
प्रमुख उदाहरण:
- सागर: मंत्री गोविंद राजपूत और पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह के बीच वर्षों से चल रहा मतभेद समाप्त करवाया
- छतरपुर: पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अर्चना सिंह, पुष्पेंद्र सिंह और विधायक ललिता यादव के बीच चल रही नाराज़गी दूर करवाई
खंडेलवाल ने इन नेताओं को अपने साथ बैठाकर, चर्चा कराकर और भोजन करवाकर समन्वय का सफल मॉडल पेश किया।
कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद: मंत्री रोज़ प्रदेश कार्यालय में बैठेंगे
संगठन और कार्यकर्ताओं के बीच दूरी कम करने के लिए भाजपा ने समन्वय टोली का गठन किया है।
खंडेलवाल के निर्देश के बाद 1 दिसंबर से नई व्यवस्था लागू हो गई है।
अब—
- रोज़ एक मंत्री और एक राज्यमंत्री प्रदेश कार्यालय में बैठेंगे
- कार्यकर्ता अपने क्षेत्र की समस्या सीधे मंत्री के सामने रख सकेंगे
- मंत्रियों का मासिक रोस्टर भी जारी किया गया है
इस व्यवस्था को कार्यकर्ताओं ने बेहद सकारात्मक बताया है।
रूठे नेताओं को भी सक्रिय करने की कोशिश
प्रदेश अध्यक्ष जिलों में जाकर पुराने और उपेक्षित नेताओं को भी सक्रिय कर रहे हैं।
वे—
- कार्यकर्ताओं के साथ भोजन कर रहे हैं
- बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को महत्व दे रहे हैं
- वरिष्ठ नेताओं शिवराज सिंह चौहान, उमा भारती, कप्तान सिंह सोलंकी, गौरीशंकर शेजवार आदि से लगातार मार्गदर्शन ले रहे हैं
भाजपा नेताओं का कहना है कि यह पूरी पहल पार्टी में परिवार भावना, संपर्क और संवाद को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम है।




