भोपाल / राजधानी भोपाल में ई-रिक्शा चालकों पर लगे प्रतिबंध के विरोध में आम आदमी पार्टी की जिला इकाई के नेतृत्व में आज ज़ोरदार प्रदर्शन हुआ। जिंसी धर्म कांटा से शुरू हुई यह ‘रिक्शा रैली’ जहांगीराबाद होते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंची, जिसमें सैकड़ों ई-रिक्शा चालक शामिल हुए।
रैली के कारण शहर के प्रमुख मार्गों—जहांगीराबाद चौराहा, जिंसी रोड, और सबन चौराहा—पर लगभग डेढ़ घंटे तक ट्रैफिक जाम की स्थिति रही। नागरिकों को स्कूल, दफ्तर और अस्पताल पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
आप नेता मिन्हाज आलम ने प्रशासन के फैसले को “रोज़ी-रोटी पर चोट” करार देते हुए कहा कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए मुख्य मार्गों से ई-रिक्शा हटाना अन्यायपूर्ण है।
क्या है प्रशासन का पक्ष?
भोपाल ट्रैफिक पुलिस ने 23 जुलाई से एक सप्ताह के ट्रायल फेज के रूप में लिंक रोड-1, वीआईपी रोड और बोट क्लब पर ई-रिक्शा की आवाजाही पर रोक लगाई है। इसका उद्देश्य है ट्रैफिक पर असर का मूल्यांकन कर स्थायी रूट चार्ट बनाना।
रिक्शा की बेतरतीब बढ़ोतरी भी चिंता का कारण
- 2022-23: 2,541 ई-रिक्शा पंजीकृत
- 2023-24: 3,129
- 2024-25 (अब तक): 3,057
ट्रैफिक विभाग का कहना है कि ई-रिक्शा का उद्देश्य सिर्फ कॉलोनियों से बस स्टॉप तक कनेक्टिविटी था, लेकिन ये अब मुख्य मार्गों पर अव्यवस्थित रूप से दौड़ रहे हैं, जिससे ट्रैफिक बाधित हो रहा है। परमिट छूट और गाइडलाइन की अस्पष्टता ने हालात और पेचीदा बना दिए हैं।