भोपाल | 20 अगस्त 2025
मध्यप्रदेश कांग्रेस में संगठनात्मक नियुक्तियों को लेकर विरोध तेज हो गया है। 16 अगस्त को घोषित हुए 71 जिलों के अध्यक्षों में से भोपाल की नियुक्ति सबसे विवादित बन गई है। पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप सक्सेना ‘मोनू’ ने मंगलवार को बिट्टन मार्केट चौराहे पर राजीव गांधी की प्रतिमा के सामने खून से पत्र लिखकर राहुल गांधी से न्याय की मांग की।
गंभीर आरोप लगाए
मोनू सक्सेना ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि भोपाल के नए जिला अध्यक्ष प्रवीण सक्सेना को “लेन-देन” के जरिए पद दिया गया है। उनका आरोप है कि प्रवीण सक्सेना के भाजपा नेताओं से भी नजदीकी रिश्ते हैं।
उन्होंने साफ चेतावनी दी—
अगर राहुल गांधी तक उनकी आवाज नहीं पहुंची, तो वे दिल्ली जाकर आत्मदाह की कोशिश करेंगे।
“व्यापमं घोटाले के आरोपियों को पद”
पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि वे लंबे समय से कांग्रेस संगठन के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन उनकी आवाज दबाई जा रही है। आरोप लगाया कि कांग्रेस के कुछ बड़े नेता राहुल गांधी को अंधेरे में रखकर व्यापमं घोटाले से जुड़े लोगों को संगठन में जगह दे रहे हैं।
नारेबाजी और विरोध तेज
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान मोनू सक्सेना के समर्थकों ने जमकर नारे लगाए और चेतावनी दी कि यह आंदोलन यहीं नहीं रुकेगा।
1.5 करोड़ की कार का गिफ्ट!
भोपाल कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति पर मोनू सक्सेना पहले भी सवाल उठा चुके हैं। उनका दावा है कि प्रवीण सक्सेना को यह पद “डेढ़ करोड़ रुपए की डिफेंडर कार गिफ्ट” करके मिला है। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही इस मामले के सबूत सार्वजनिक करेंगे।