Drnewsindia.com/भोपाल। राजधानी के सूखी सेवनिया क्षेत्र में रविवार को भोपाल–विदिशा रोड (NH-46) पर बना पुल धंस गया। करीब 50 मीटर हिस्से की सड़क धंसने से 20 फीट गहरा गड्ढा बन गया, जिससे आसपास की दीवार भी गिर गई। गनीमत रही कि हादसे के वक्त वहां कोई व्यक्ति या वाहन मौजूद नहीं था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।

घटना के बाद सड़क निर्माण की गुणवत्ता और उसमें हुए संभावित भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर सवाल उठे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तत्काल इस मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। वहीं, एमपी रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (MPRDC) ने चीफ इंजीनियर बी.एस. मीणा की अध्यक्षता में एक हाई लेवल जांच कमेटी गठित की है।

दल में जीएम मनोज गुप्ता और जीएम आर.एस. चंदेल शामिल हैं। यह कमेटी सड़क और दीवार धंसने के तकनीकी कारणों की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, प्रशासन ने क्षतिग्रस्त क्षेत्र को बैरिकेड कर यातायात बंद कर दिया है और तुरंत मरम्मत का कार्य शुरू करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार, इस सड़क का निर्माण साल 2013 में मेसर्स ट्रॉन्सट्राय प्रा. लि. ने बीओटी (Build-Operate-Transfer) मॉडल पर किया था। लेकिन कंपनी पर अनुबंध की शर्तों के उल्लंघन के आरोप लगे, जिसके बाद साल 2020 में उसका कॉन्ट्रैक्ट निरस्त कर दिया गया था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण के दौरान घटिया सामग्री और निकासी व्यवस्था की अनदेखी की गई थी। अब सड़क धंसने के बाद यह मामला प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के घेरे में आ गया है।




