मऊगंज। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के देवतालाब दौरे के दौरान रविवार को मऊगंज में बड़ा हंगामा हो गया। खाद की समस्या को लेकर पूर्व कांग्रेस विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना की अगुवाई में हजारों किसान और कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और सीएम को ज्ञापन सौंपने की कोशिश की। पुलिस ने जब उन्हें रोकने के लिए बैरिकेडिंग की, तो कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता भड़क गए और बैरिकेड्स तोड़कर आगे बढ़ने लगे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प हुई। हालात काबू से बाहर होते देख पुलिस ने पूर्व विधायक समेत कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
पूर्व विधायक बन्ना ने कहा कि वे किसानों और छात्रों की आवाज उठाने आए हैं, जिन्हें बुनियादी सुविधाओं के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों पर लाठियां बरसा रही है और मरीजों तक को अस्पतालों में इलाज और पोस्टमॉर्टम जैसी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।

कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “ये लोग भारत की सेना और लोकतांत्रिक संस्थाओं का अपमान करते हैं।

इधर, देवतालाब पहुंचे सीएम मोहन यादव ने भगवान शिव के दर्शन कर 203 करोड़ की 16 विकास योजनाओं का भूमिपूजन और 37.5 करोड़ की 7 योजनाओं का लोकार्पण किया। उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “ये लोग भारत की सेना और लोकतांत्रिक संस्थाओं का अपमान करते हैं। पाकिस्तान की तारीफ करते हैं, तो वहीं जाकर चुनाव लड़ें।” सीएम ने कहा कि किसानों का अहित किसी भी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने मंच से कई घोषणाएं भी कीं—देवतालाब में एससी-एसटी के लिए नया हॉस्टल, कॉलेज में ऑडिटोरियम, अस्पताल का उन्नयन, बहुती जल प्रपात का सौंदर्यीकरण और शिवलोक निर्माण शामिल हैं।
कांग्रेस के विरोध और पुलिस कार्रवाई के बीच मुख्यमंत्री का कार्यक्रम सुरक्षा घेरे में संपन्न हुआ।