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अतिवृष्टि, खाद संकट, समर्थन मूल्य और भूमि अधिग्रहण पर रखीं 10 सूत्रीय मांगें
श्यामपुर / मध्यप्रदेश के किसानों ने राज्य में लगातार बढ़ती कृषि समस्याओं और सरकारी लापरवाही को लेकर मुख्यमंत्री को 10 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा है।
यह ज्ञापन कार्यकारी अध्यक्ष प्रहलाद दास वैरागी के नेतृत्व में शुक्रवार को श्यामपुर तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा गया।
किसानों ने आरोप लगाया कि अतिवृष्टि, खाद की कमी, बिजली संकट और समर्थन मूल्य पर खरीदी में अनियमितताओं के चलते प्रदेश के किसान गहरे आर्थिक संकट में हैं।
आत्महत्याओं में बढ़ोतरी से चिंतित किसान संगठन
संयुक्त किसान मोर्चा मध्यप्रदेश ने ज्ञापन में कहा कि सरकार की नीतियों के चलते किसानों की आत्महत्याओं के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। विशेष रूप से सोयाबीन उत्पादक किसान भारी घाटे में हैं। किसान संगठनों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने तत्काल ठोस कदम नहीं उठाए, तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।

किसानों की 10 प्रमुख मांगें
- भावान्तर योजना रद्द की जाए — यह योजना किसानों के बजाय बड़ी कंपनियों के हित में है। सरकार सभी फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी सुनिश्चित करे।
- धान का मूल्य ₹3300 प्रति क्विंटल तय किया जाए — चुनावी वादे के अनुरूप मूल्य में वृद्धि की जाए।
- अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को पूरा मुआवजा दिया जाए — सैटेलाइट सर्वे की जगह पटवारी हल्के को आधार मानकर नुकसान का आकलन किया जाए।
- खाद संकट समाप्त किया जाए — समय पर पर्याप्त भंडारण कर किसानों को खाद उपलब्ध कराई जाए।
- नकली खाद-बीज के कारोबार पर सख्त कार्रवाई हो — दोषी अधिकारियों और व्यापारियों को जेल भेजा जाए।
- लैंड पूलिंग और जबरन भूमि अधिग्रहण रोका जाए — ग्रामसभा की सहमति और 2013 भूमि अधिग्रहण कानून का पालन किया जाए।
- किसानों को दिन के समय कम से कम 12 घंटे बिजली दी जाए — स्मार्ट मीटर योजना रद्द की जाए और गलत बिल निरस्त हों।
- आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा और नौकरी दी जाए।
- मुक्त व्यापार समझौतों से कृषि क्षेत्र को बाहर रखा जाए — कपास उत्पादक किसानों के घाटे की भरपाई की जाए।
- रबी फसलों का MSP बढ़ाया जाए — स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार नई दरें तय की जाएं।

किसान नेताओं की मौजूदगी में सौंपा गया ज्ञापन
ज्ञापन सौंपने के दौरान बने सिंह दांगी, जुगल किशोर पाटीदार, राजेंद्र सिंह दरबार, अमर सिंह मीणा, मांगीलाल गौर, कुलदीप दांगी, कामता प्रसाद सहित कई किसान नेता मौजूद रहे।
यह ज्ञापन अखिल भारतीय किसान सभा (म.प्र.), संयुक्त किसान मोर्चा एवं सभी संगठन, जिला सीहोर की ओर से मुख्यमंत्री को सौंपा




