सीहोर / मलेरिया निरोधक माह जून के अंतर्गत आयोजित जिला मलेरिया एलिमिनेशन टास्क फोर्स समिति की बैठक में कलेक्टर श्री बालागुरू के ने स्वास्थ्य विभाग सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर श्री बालागुरू के ने कहा कि मानसून के मौसम से पहले मलेरिया नियंत्रण के लिए संचालित गतिविधियों को तेज करने और मलेरिया के उन्मूलन के उद्देश्य से जून माह को मलेरिया निरोधक माह के रूप में मनाया जाता है। मलेरिया निरोधक माह के आयोजन का उद्देश्य जन सामान्य को व्यापक प्रचार प्रसार के माध्यम से मलेरिया के लक्षण उपचार एवं बचाव के संबंध मे जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि मलेरिया की रोकथाम करने के लिए स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता और जन समुदाय की सक्रिय भागीदारी महत्वपूर्ण होती है। मलेरिया निरोधक माह मे विकासखण्ड स्तरीय एवं सेक्टर तथा ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यशाला का आयोजन एवं हाट बाजार मे प्रचार प्रसार किया जाएगा।
बैठक में कलेक्टर श्री बालागुरू के ने कहा कि मलेरिया की रोकथाम केवल स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यहां एक समन्वित प्रयास की जरूरत है। जिसमें नगरीय निकाय, ग्रामीण विकास, शिक्षा, पीएचई तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की अहम भूमिका है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कर विशेष सर्वे किया जाए। बुखार के रोगियों की त्वरित जांच एवं उपचार सुनिश्चित किया जाए और फॉगिंग एवं एंटी-लार्वल गतिविधियों को तेज किया जाए। स्कूलों एवं आंगनबाड़ियों के माध्यम से जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं। बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ नेहा जैन, अपर कलेक्टर वृंदावन सिंह, संयुक्त कलेक्टर नितिन टाले, वंदना राजपूत, एसडीएम जमील खान, तन्मय वर्मा सहित सभी विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में मलेरिया निरोधक माह जून की गतिविधियों के बारे में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ क्षमा बर्वे ने विस्तार से जानकारी दी।
कलेक्टर ने की नागरिकों से अपील
कलेक्टर श्री बालागुरू के ने नागरिकों से अपील की है कि मच्छरों से बचाव के लिए फुल आस्तीन के कपड़े पहने व अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें और कोई भी बुखार होने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र मे मलेरिया की जॉच एवं उपचार कराएं, जो पूर्णत निःशुल्क है। घर के दरवाजे व खिडकियों मे मच्छर रोधी जाली लगाये। कूलर, पानी की टंकी, पक्षियों के पानी पीने के बर्तन, फ्रिज की ट्रे, फूलदान इत्यादि को प्रति सप्ताह खाली करें व धूप मे सुखाकर पुनः प्रयोग करें।