अशोकनगऱ / जनसुनवाई के दौरान लगातार दूसरी बार कलेक्ट्रेट में मंगलवार को हंगामा हो गया। इस बार पथरिया की एक महिला आवेदिका एसडीएम पर भड़क गई। महिला ने अधिकारियों पर रिश्वत के आरोप लगाते हुए भेदभावपूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाया। अधिकारी से बहस कर रही महिला को देख वहां तैनात महिला पुलिस ने उसे पकड़कर बाहर निकाला, लेकिन बाहर जाते हुए भी उक्त महिला जोर-जोर से चिल्लाते हुए शोर मचाती रही।
जानकारी के मुताबिक, हंगामा करने वाली महिला पथरिया निवासी मांगी बाई अहिरवार है, जो आवेदन लेकर जनसुनवाई में आई। आवेदन एसडीएम अशोकनगर बृजबिहारीलाल श्रीवास्तव ने
हंगामा करने वाली महिला को पुलिस ने बाहर निकाला।
लिया, जिसमें लिखा था कि गांव के सर्वे नंबर 344 की 10-12 बीघा शासकीय जमीन पर पिछले कई सालों से खेती कर पेट पाल रहे थे, लेकिन प्रशासन ने जमीन पर अतिक्रमण बताते हुए हाल ही में हमारी जमीन छीन ली, जबकि गांव के सरपंच-सचिव सहित अन्य दबंग लोगों ने भी 300 बीघा शासकीय जमीन दबा रखी है।
अधिकारियों ने उनघ्से रिश्वत लेकर उन्हें छोड़ दिया और हमारी जमीन छुड़ा ली। एसडीएम ने महिला को उक्त जमीन केंद्रीय विद्यालय को दे देने की बात कही। बोली- सरकार का आदेश केवल गरीबों के लिए ही है क्या? इसपर एसडीएम ने हिदायत देते हुए कहा कि ज्यादा मत बोलो। सरकारी जमीन अतिक्रमण करने के लिए नहीं
835 लोगों ने आवेदन दिया
मंगलवार को सुबह 11 से दोपहर 1.30 बजे तक कलेक्ट्रेट में हुई जन सुनवाई में 835 लोगों ने आवेदन देकर अपनी समस्या बताई। कलेक्टर आदित्य सिंह ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। कुल 2.30 घंटे चली जन सुनवाई में 835 आवेदन मिले।
होती। अधिकारी के इतना कहते ही महिला अपना आपा खो बैठी और शोर मचाने लगी। बोली- क्यों न बोलूं। भड़ककर बोली मार दो, ऐसे भी मर ही रहे हैं। महिला एसडीएम पर ही आरोप लगाते हुए बोली-तुमने भी रिश्वत ली होगी। तभी दबंगों की जमीन को छोड़कर हम गरीबों की जमीन का अतिक्रमण हटाया है।