भोपाल / राजधानी में इन दिनों भले ही प्री-मानसून की बारिश हो रही है। लेकिन मानसून अभी राजधानी से तकरीबन 800 किमी दूर है। मुंबई में मानसून आ चुका है। यह छत्तीसगढ़ के रायगढ़ और दंतेवाड़ा होते हुए आगे बढ़ेगा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार इसमें कुछ रुकावटें भी आ सकती हैं। हालांकि, सिस्टम इसी तरह सक्रिय रहे तो १० जून के आसपास मानसून भोपाल में दस्तक दे सकता है।
प्रदेश में मानसून की सामान्य तारीख 16 जून और भोपाल में 20 जून के आसपास है। आमतौर पर महाराष्ट्र से प्रदेश में मानसून आने में एक सप्ताह का समय लगता है, ऐसे में मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अभी बंगाल की खाड़ी में एक डिप्रेशन बनने जा रहा है, इससे मानसून को गति मिलेगी तो प्रदेश में पहले सप्ताह में ही मानसून की आमद हो सकती है।
पारा गिरा,गर्मी से राहतरू राजधानी में मंगलवार रात्रि में तेज बारिश के बाद मौसम का मिजाज अचानक बदल गया। बुधवार सुबह 8.30 बजे तक 6.2 मिमी बारिश दर्ज गई। अधिकतम तापमान 35.8 और न्यूनतम 24 डिग्री दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान में 4.4 और न्यूनतम में 4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।
मानसून के लिए स्थितियां अनुकूल हैं। अभी बंगाल की खाड़ी में अति कम दबाव का क्षेत्र बना है। यह डिप्रेशन में तब्दील होगा। यह मानसून को बंगाल की खाड़ी ब्रांच को आगे बढ़ाएगा। ऐसे में दो तीन दिन ओडिशा, झारखंड, बिहार में आगे बढ़ने की संभावना है। आगे भी सिस्टम एक्टिव रहा तो प्रदेश में मानसून पहले सप्ताह में प्रवेश कर सकता है। इस बार जो परिस्थतियां बन रहीं हैं,उसमें समय से पहले मानसून आने की उम्मीद है।