सीहोर / समिति के वरिष्ठ संरक्षक डॉ. अजय सिंह पटेल ने बताया कि चल समारोह में युवा शौर्य शक्ति के प्रतीक भगवा ध्वज हाथों में लिए होंगे। समाज के वरिष्ठ समानितजन सुरक्षात्मक शस्त्रों के साथ पगड़ी पहने दिखाई देंगे। भगवान जगन्नाथ के भजन गाती हुई भजन मंडली और मातृशक्ति चंद्रवंशी खाती समाज की आन, बान, शान को प्रस्तुत करते हुए दिखाई देंगी। चंद्रवंशी क्षत्रिय खाती समाज के युवा हाथों में तिरंगा लेकर देशभक्ति ऑपरेशन सिंदूर का भी प्रदर्शन करेंगे। आवासीय खेलकूद मैदान से शुरू होकर चल समारोह इंग्लिशपुरा रोड, त्यागी धर्मशाला, कोतवाली चैराहा, इलेक्ट्रिक बाजार चैराहा, पान चैराहा, बड़ा बाजार, अटल चैराहा होते हुए लिसा टॉकीज मैदान पर पहुंचेगा। समाजजन अटल चैराहे पर सामाजिक महासभा का आयोजन करेंगे। सभा के बाद समापन कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों और सामाजिक बंधुओं का स्वागत, समान किया जाएगा।
समिति के वरिष्ठ संरक्षक डॉ. अजय सिंह पटेल ने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक जिले में खाती समाज के करीब चार लाख लोग हैं। यह संया कम ज्यादा भी हो सकती है। भगवान जगन्नाथ जी के चल समारोह की प्रथा करीब 120 साल पुरानी है और सीहोर में खाती समाज इसे आगे बढ़ा रहा है। देश में 3 प्रमुख जगह पर यह चल समारोह बड़ी भव्यता के साथ निकाला जाता हैं। पहला जगन्नाथ पुरी (उड़ीसा), अहमदाबाद (गुजरात) और उज्जैन (मध्यप्रदेश)। समय के साथ यह चल समारोह भव्य होते गए और अब इनमें लाखों की संया में समाज के लोग शामिल होते हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के बाद मन में विचार आया कि जीवन का कोई भरोसा नहीं है, कभी भी किसी के साथ कुछ हो सकता है, तभी लगा कि कुछ करना चाहिए और फिर समाज में सभी वरिष्ठजन से बात की और साल 2023 से समाज की तरफ से भगवान जगन्नाथ जी की रथ यात्रा की शुरुआत हो गई। हमारा पूरा समाज इसे हर साल भव्य रूप देने का प्रयास कर रहा है। इस बार करीब 5 हजार श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान है।
सीहोर. शहर में 15 जून को भगवान जगन्नाथ अपने प्रिय बड़े भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ नगर भ्रमण कर निकलेंगे। अखिल भारतीय चंद्रवंशी क्षत्रिय खाती समाज जोरशोर से चल समारोह की तैयारियों में जुटा है। शहर में चंद्रवंशीय क्षत्रिय खाती समाज ने जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरुआत साल 2023 में की थी। पहली बार आयोजन समिति के संस्थापक डॉ. अजय पटेल के मार्गदर्शन में रथ यात्रा निकाली गई। जगन्नाथ यात्रा के लिए भोपाल से विशेष रथ आता है