दिग्विजय बोले – सत्तारूढ़ दल के नेता खुद तोड़ रहे कानून, मुख्यमंत्री से सख्त कार्रवाई की मांग
राजगढ़ | 4 नवंबर
Drnewsindia.com /राजगढ़ जिले में कुपोषण और बाल विवाह जैसी सामाजिक समस्याएं लगातार गंभीर रूप ले रही हैं। हाल के महीनों में नाबालिग बच्चियों के मां बनने और नवजात बच्चों की मौत के मामलों ने प्रशासनिक तंत्र की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब इस मुद्दे पर सियासत भी गरमा गई है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने इस मामले को अत्यंत गंभीर बताते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से तत्काल ठोस कदम उठाने की मांग की है।
दिग्विजय सिंह ने बताया कि पिछले छह महीनों में राजगढ़ जिले में 75 नाबालिग बच्चियों की शादी हुई, जिनमें से 52 बच्चियों ने कुपोषित बच्चों को जन्म दिया, जबकि 10 नवजातों की जन्म के एक माह के भीतर ही मौत हो गई। उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा वास्तविक स्थिति से कम हो सकता है, क्योंकि कई मामले रिपोर्ट ही नहीं होते।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि सरकार भले ही बाल विवाह रोकने के दावे कर रही हो, लेकिन सत्तारूढ़ दल के कुछ नेता खुद ऐसे विवाह समारोहों में शामिल होकर कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उन्होंने इसे “अत्यंत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण” बताया।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि राजगढ़ जिला वर्षों से कुपोषण और बाल विवाह जैसी समस्याओं से जूझ रहा है, परंतु शासन की योजनाएं केवल कागजों पर सिमटी हुई हैं। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है जब सरकार को घोषणाओं से आगे बढ़कर जमीनी स्तर पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
सिंह ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि जिले में विशेष अभियान चलाकर बाल विवाह पर रोक, कुपोषण उन्मूलन और शिशु मृत्यु दर में कमी के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि इन संवेदनशील मुद्दों का स्थायी समाधान निकल सके।




