Drnewsindia.com
रायसेन / जिले के बेगमगंज के मड़देवरा गांव में शनिवार शाम बिजली लाइन जोड़ते समय एक हेल्पर की करंट लगने से मौत हो गई। घटना के विरोध में रविवार दोपहर कांग्रेस विधायक देवेंद्र पटेल परिजनों और ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए। उन्होंने दोषियों पर FIR दर्ज करने, आर्थिक मुआवजा देने और परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी देने की मांग उठाई।

लाइन कटी थी, बिल जमा होने पर आदेश मिला था सप्लाई चालू करने का
ग्रामीणों द्वारा बिजली बिल जमा करने के बाद विद्युत विभाग ने लाइनमैन बलराम रजक को गांव की सप्लाई बहाल करने के निर्देश दिए थे। बलराम ने सहायक लाइनमैन संजय लोधी और हेल्पर अर्जुन सिंह को डीपी से लाइन जोड़ने भेजा था।
लाइन जोड़ते समय बिजली बंद रखने का परमिट भी लिया गया था। लेकिन समय से पहले बिजली चालू हो गई, जिससे अर्जुन सिंह करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया और मौके पर उसकी मौत हो गई।
“बिजली किसने चालू की?”—विधायक ने उठाया सवाल
विधायक देवेंद्र पटेल ने कहा कि जब विद्युत कर्मियों ने बिजली बंद रखने का परमिट लिया था, तो बिना अनुमति के बिजली सप्लाई किसने चालू की, यही इस हादसे की सबसे बड़ी लापरवाही है।
हादसे में जान गंवाने वाला हेल्पर 8 साल से अस्थायी कार्यरत
थाना प्रभारी राजीव उइके के अनुसार मृतक अर्जुन सिंह आदिवासी (42), निवासी रमपुरा, पिछले लगभग 8 वर्षों से बिजली विभाग में अस्थायी हेल्पर के रूप में कार्यरत था। परिवार में पत्नी और चार बच्चे हैं।
पुलिस जांच जारी, पोस्टमॉर्टम के बाद शव सौंपा गया
पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रविवार सुबह पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।



