वन भूमि पर संचालित अवैध खदानों पर विभाग की कार्रवाई, लापरवाही बरतने वाले चार वनरक्षक निलंबित

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गंजबासौदा\ तहसील अंतर्गत आने वाले उदयपुर में वन विभाग की जमीन में संचालित हो रही अवैध खदानों पर फॉरेस्ट विभाग की टीम ने प्लानिंग बनाकर एक बड़ी कार्रवाई की है। करीब 10 वर्ग किलोमीटर में फैली यह लंबी खदानें भू-माफिया की कमाई का एक बड़ा अड्डा थीं। डीएफओ हेमंत यादव के नेतृत्व में वन विभाग की कार्रवाई की गई, जिसमें सातों रेंज के तकरीबन 70 अधिकारी कर्मचारी शामिल हुए। डीएफओ ने उदयपुर रेंज में पदस्थ चार वनरक्षकों को अपनी जिम्मेदारी ठीक से न निभाने के चलते निलंबित भी कर दिया।

जानकारी के मुताबिक वन विभाग के उड़नदस्ते ने वन भूमि से पत्थर ले जा रहे दो ट्रक और चार ट्रैक्टर ट्रालियों को भी जब्त किया है, जिनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है। इसके अलावा बुलडोजरों के माध्यम से पत्थर और फार्सियों को भी नष्ट किया गया है। डीएफओ हेमंत यादव ने बताया कि जिस वन भूमि पर भूमाफिया द्वारा खदानें चलाई जा रही थीं उनको मुक्त कराकर चारों ओर तार फेंसिंग की जाएगी, जिसमें जुलाई माह से प्लांटेशन किया जाएगा। वहीं कार्रवाई के दौरान ड्रोन की मदद से वन भूमि का सर्वे किया गया। इसके अलावा कुछ प्रमुख स्थानों पर भूमिया फिर से अवैध उत्खनन न कर सकें इसको लेकर वन विभाग द्वारा सीसीटीवी कैमरे भी इंस्टॉल किए गए हैं।

गौरतलब है कि वन विभाग की टीम ने इसके पूर्व में राजगढ़ जिले की वन विभाग की टीम के साथ मिलकर राजगढ़ जिले के सुठालिया क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहे फर्नीचर का कार्य करने वाले दुकानदारों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उनके कब्जे से सागौन की लकड़ी के बने फर्नीचर जब्त किए थे, जिसके पश्चात यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है जिसमें वन विभाग की टीम ने पत्थर खदानों को अतिक्रमण से मुक्त कराया है, जहां प्लांटेशन किया जाएगा।

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