विदिशा / कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने गुरुवार को शमशाबाद के डबल लॉक मार्कफेड वेयरहाउस और राधारानी ट्रेडर्स का निरीक्षण किया। राधारानी ट्रेडर्स में रजिस्टर और वास्तविक स्टॉक में भारी अंतर मिला। दुकान में डीएपी 54 बोरी अधिक और यूरिया 202 बोरी कम पाई गई। दुकानदार इस अंतर का कोई वितरण दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका।
नसरतगढ़ के सरकारी वेयरहाउस में 80 बोरी एसएसपी गायब मिली। इनके संबंध में कोई रिकॉर्ड भी उपलब्ध नहीं था।
किसान से वसूले ज्यादा पैसे, एमआरपी भी पुरानी ग्राम सारसी के किसान भीम सिंह मैना ने बताया कि उन्होंने ₹1470 एमआरपी वाली 2 बोरी एनपीके खाद के बदले ₹3440 चुकाए। दुकान ऑपरेटर का तर्क था कि बोरियों पर पुरानी एमआरपी छपी थी।
7079 पैकेट एक्सपायर्ड बायोफर्टिलाइजर्स भी मिला निरीक्षण में 500 ग्राम ट्राइकोडर्मा के 7079 पैकेट स्टोर में मिले, जिनकी एक्सपायरी डेट निकल चुकी थी। इन्हें तय समय पर नष्ट नहीं किया गया था। कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने कहा कि खाद वितरण में पारदर्शिता जरूरी है। स्टॉक में गड़बड़ी और गलत बिक्री की शिकायतों पर एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। संबंधित दुकान का लाइसेंस निलंबित किया जा रहा है।
जिलेभर में होगी सघन जांच कलेक्टर ने कृषि विभाग को निर्देश दिए हैं कि सभी शासकीय और निजी दुकानों का निरीक्षण करें। कंप्यूटर में दर्ज स्टॉक और मौके पर मौजूद स्टॉक का मिलान करें। सुनिश्चित करें कि किसानों को सही कीमत पर खाद और बीज मिले।