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भोपाल।विश्वविद्यालय में दो दिवसीय कौशल आधारित कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को कम लागत वाली मशरूम खेती और इसके व्यवसायिक अवसरों की जानकारी देना था। उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति डॉ. संजीव गुप्ता और विज्ञान संकाय के डीन (प्रभारी) डॉ. अंकित अग्रवाल विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
उद्घाटन सत्र में डॉ. संजीव गुप्ता ने विद्यार्थियों को नवाचारपूर्ण सोच और समस्या समाधान की दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का अकादमिक इनोवेशन सेंटर (AIC) विद्यार्थियों के विचारों को व्यावहारिक रूप देने में निरंतर सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान करेगा, जिससे उन्हें भविष्य में सफल स्टार्टअप और व्यावसायिक उद्यम के रूप में विकसित होने का अवसर मिलेगा।
कार्यशाला के पहले दिन डॉ. सुची मोदी ने मशरूम उत्पादन से संबंधित सैद्धांतिक और प्रायोगिक सत्र का संचालन किया। इस सत्र में विद्यार्थियों ने मशरूम की खेती की तकनीक का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया।

कार्यशाला के दूसरे दिन श्री नीरज रघुवंशी, सीईओ नर्मदा वाहिनी ऑर्गेनिक फार्मिंग प्रोडक्शन कंपनी लिमिटेड ने विद्यार्थियों को मशरूम बैग तैयार करने का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया। इसके साथ ही उन्होंने लो-कॉस्ट मशरूम उत्पादन के व्यापारिक अवसरों और बाजार की संभावनाओं पर भी जानकारी साझा की।
कार्यशाला का कुशल संचालन डॉ. सुची मोदी द्वारा किया गया। विज्ञान एवं मानविकी संकाय के सदस्य और विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। विद्यार्थियों ने मशरूम खेती और इसके व्यवसायिक संभावनाओं के बारे में महत्वपूर्ण ज्ञान और अनुभव प्राप्त किया, जिससे उनके कौशल और उद्यमशीलता क्षमता को बढ़ावा मिलेगा।





