श्रीमद भागवत कथा में तेज हवाओं ने डाली बाधा

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रामबाबू मालवीय \इच्छावर
सीहोर जिले के इच्छावर तहसील के ग्राम कुशालपुरा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के समापन दिवस पर विशाल भंडारा का आयोजन किया गया था। लेकिन इसी बीच तेज आंधी तूफान शुरू हो गया, जिससे टेंट और सामान उड़ने लगे। अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया और लोगों ने भागकर टेंट को पकड़ लिया।
टेंट उड़ा, अफरा-तफरी मच गई
आंधी तूफान के कारण टेंट उड़ गया और सामान बिखर गया। लोगों ने किसी तरह से स्थिति को संभाला और टेंट को पकड़कर रखा। इस दौरान लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
आयोजकों ने स्थिति को संभाला
आयोजकों ने आंधी तूफान के बावजूद स्थिति को संभालने की कोशिश की और आयोजन को आगे बढ़ाने की कोशिश की। लोगों ने भी सहयोग किया और आयोजन को सफल बनाने में मदद की। आंधी तूफान के बावजूद, कथा का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
कथा का महत्व
श्रीमद् भागवत कथा एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, जिसमें लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान और शांति प्राप्त होती है। इस आयोजन में लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और कथा का आनंद लिया। आंधी तूफान के बावजूद, कथा का महत्व कम नहीं हुआ और लोगों ने इसका पूरा आनंद लिया।

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