राजगढ़ / रविवार को कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में पीएचई विभाग के प्रमुख सचिव पी. नरहरि ने जल जीवन मिशन के तहत जिले में चल रही ग्रामीण समूह जल प्रदाय और एकल जल प्रदाय योजनाओं की समीक्षा की।
उन्होंने गर्मियों में हर गांव में पेयजल पहुंचाने के लिए समय सीमा तय की। साथ ही शेष नल कनेक्शन और अन्य कार्य पूरे करने के निर्देश दिए। प्रमुख सचिव ने कहा कि गांवों में पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदी गई सड़कों
का 30 जून तक री-स्टोरेशन कराया जाए। इसके अलावा सुनिश्चित करें कि 31 मई तक हर घर नल से जल पहुंचे। उन्होंने कहा कि गर्मी में कहीं भी पानी की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। इसके लिए जिला पंचायत सीईओ, पीएचई और जल निगम के अधिकारियों को हर जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा से कहा कि सभी विभागों का सहयोग लें। आकस्मिक स्थिति में मोटर खराब होने पर गांवों में पानी सप्लाई के लिए मोटर बैंक बनाने का सुझाव भी दिया।
नल के पानी का गुणवत्ता परीक्षण जरूर करें
प्रमुख सचिव ने पीएचई अधिकारियों से कहा कि बचे हुए घरों में नल कनेक्शन और रोड रेस्टोरेशन का काम 31 मई तक पूरा करें। उन्होंने कहा कि नलों से मिलने वाले पानी की गुणवत्ता का लगातार परीक्षण होना चाहिए। श्री नरहरि ने ग्रामीण विकास विभाग की भूमिका को भी अहम बताया। इस बैठक में कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा, प्रमुख अभियंता पीएचई के. के. सोनगरिया, मुख्य अभियंता आरके हिरोडिया, मुख्य महाप्रबंधक जल निगम संजय कुमार, अधीक्षण यंत्री एसके चतुर्वेदी, जिला पंचायत सीईओ महीप तेजस्वी, जल निगम राजगढ़ के महाप्रबंधक एसके जैन सहित पीएचई और जल निगम के अधिकारी मौजूद रहे।
स्कूली बच्चों को दिखाएं कैसे होता है जल प्रदायः
प्रमुख सचिव पी नरहरि ने जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे श्हर नल में टोंटी लगाओश् अभियान की सराहना की। उन्होंने कहा कि इसी अभियान से जिले के 20 गांवों में 24 घंटे जल प्रदाय संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि अभियान से लोगों के पानी बचाने के व्यवहार में बदलाव आया है। प्रमुख सचिव ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि स्कूली बच्चों को जल निगम के फिल्टर प्लांट और इंटेकवेल का भ्रमण कराया जाए।