सिरोंज / तेन गर्मी और उमस के मौसम में अगर आप बाजार में फल खरीदने जा रहे हैं तो खरीदारी बहुत सोच-समझ कर करें। हो सकता है कि फल की दुकान या ठेले पर चमकदार दिखाई दे रहा ये फल एक्लीन गैस और कार्बाइड से पकाया गया हो। गुरुवार को खाद्य सुरक्षा विभाग और नपा को संयुक्त कार्रवाई के दौरान जिस तादाद में केमिकल से पके हुए फल अधिकारियों को मिले हैं, उससे हालात गंभीर दिखाई दे हे हैं।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी कुदशिया खान और नपा के स्वास्थ्य अधिकसी धीरज मैना के नेतृत्व वाली इस टीम ने सबसे पहले नई सब्जी मंडी में थोक फल विक्रेताओं के गोदाम पर पहुंचकर कार्रवाई की। यहां जब टीम पहुंची विक्रेताओं ने फलों के भीतर केमिकल की पुड़िया रखकर उसे पकाने की व्यवस्था कर रखी थी। इनमें भी सबसे अधिक मात्रा आम की थी। टीम ने केमिकल की इस पुड़िया को
पीले पड़ चुके नारियल फिकवाए
टीम ने थोक फल विक्रेता अनवर मियां और बाबू खां के साथ ही अन्य विक्रेताओं के यहां कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान टीम को बड़ी मात्रा में दूषिता आम, अनार, नारियल और तरबूज भी मिले। स्वास्थ्य अधिकारी धीरज मैना ने बताया कि ये देख कर बड़ा दुख हुआ कि आम नागरिक स्वास्थ्य लाभ के लिए जिस नारियल पानी का उपयोग करता है, फल विक्रेता पूरी तरह पीले पड़ चुके नारियल भी बेचने के लिए तैकर थे। जबकि इस नारियल के पानी का उपयोग करने से नुकसान होने की आशंका थी। हमने विक्रेताओं से यहां से जब्त 5 क्विंटल फलों को इस दौरान नष्ट करवाया है।
उठाकर इसके उपयोग के तरीकों को भी फिक्रेता से समझा। इसके बाद टीम ने इन फल विक्रेताओं को सख्त हिदायत देकर केमिकलयुक्त फलों की बिक्री पूरी तरह बंद करने के लिए निर्देशित भी किया।
श्री गणेश दूध डेयरी से लिया सेंपल
टीम कठाली बाजार स्थित श्री गणेश दूध डेयरी पर भी पहुंची। इस डेयरी से प्रतिदिन बड़ी मात्रा में दूध, की और पनीर का विक्रय होता है। टीम ने विक्रेटा से जानकारी लेने के साथ ही दुकान से दही और पनीर का सेंपल भी लिया। खाद्य सुरक्षा अधिकारी कुन्दसिया सखान ने बताया कि कलेक्टर की निर्देश पर ये कार्रवाई की जा रही है। दुकानदारों को केमिकल युक्त फलों का विक्रन्य नाहीं करने के सख्त निर्देश दिए हैं। कार्रवाई का क्रम लगातार चलेगा।
बिना लाइसेंस कर रहे हैं व्यापार
कार्रवाई के दौरान टीम ने थोक फल विक्रेताओं से उनके लाइसेंस संबंधी जानकारी ली तो कइयों के पास लाइसेंस ही नहीं थे तथा कुछ के पास लाइसेंस तो थे, लेकिन उनकी समयावधि निकल गई थी। अधिकारियों ने सभी विक्रेताओं को जल्द से जल्द खाय सुरक्षा और औषधि विभाग से लाइसेंस बनवाने की हिदायत भी दी।