DR NEWS INDIA
जबलपुर में बचपन की सहेली पर एसिड फेंकने वाली युवती उसकी सुंदरता और करियर से जलती थी। इसलिए उसने ये खौफनाक वारदात को अंजाम दिया और उसे कोई पछतावा नहीं है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी युवती ने पुलिस से पूछा, वो जिंदा है क्या, मर जाएगी? मुझे फांसी हो जाएगी?
घटना 29 जून रविवार को ग्वारीघाट की अवधपुरी कॉलोनी की है। 21 साल की इशिता साहू अपनी दोस्त श्रद्धा दास (22) के घर गई। उसे सरप्राइज देने की बात कहकर बाहर बुलाया। श्रद्धा के बाहर आते ही इशिता ने उस पर एसिड फेंक दिया। इस दौरान श्रद्धा की मां भी पीछे खड़ी थी।
श्रद्धा 50% तक झुलस चुकी है। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने हत्या की कोशिश और एसिड अटैक का मामला दर्ज कर आरोपी इशिता को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब फरार आरोपी अंश शर्मा की तलाश कर रही है। अंश ने ही फर्जी प्रोफेसर बनकर दुकानदार से बात की और लेटरहेड बनवाया था। इसी के बाद दुकानदार ने इशिता को एसिड दिया।
कैसे बचपन की सहेलियां दुश्मन बन गईं और किस तरह इशिता ने प्लानिंग कर श्रद्धा पर एसिड अटैक किया,
पांच साल पहले बदला लेने का मन बनाया श्रद्धा और इशिता एक ही कॉलोनी में रहती थीं। दोनों अलग-अलग स्कूल में पढ़ती थीं, लेकिन दोनों में 10वीं तक गहरी दोस्ती थी। पांच साल पहले इशिता का बॉयफ्रेंड के साथ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। परिवार वालों ने डांट लगाई। समाज में बदनामी हुई और ब्रेकअप भी हो गया। इशिता को शक था कि वीडियो वायरल करने में श्रद्धा का हाथ है। उसी समय से इशिता ने मन ही मन बदला लेने की ठान ली थी।
सहेली का प्लेसमेंट सुन और बढ़ गई जलन इशिता अक्सर श्रद्धा को फोन करके बुलाती थी, लेकिन श्रद्धा उस पर ध्यान नहीं देती थी। एक साल से बातचीत पूरी तरह से बंद कर दी थी। इशिता मिलने घर भी आती थी, पर श्रद्धा मना कर देती। श्रद्धा ने बीबीए और इशिता ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। श्रद्धा को हाल ही में पश्चिम बंगाल की एक नामी कंपनी से जॉब ऑफर मिला था। इस बारे में जब इशिता को पता चला तो उसकी जलन और बढ़ गई। उसने तय कर लिया कि वह श्रद्धा को उसकी सुंदरता और सफलता का सबक सिखाएगी।

22 साल की श्रद्धा दास को जॉब के लिए पश्चिम बंगाल जाना था, इससे पहले एसिड अटैक हो गया।
फर्जी लेटरहेड बनवाकर खरीदा एसिड इशिता ने पुलिस को बताया, सोच लिया था कि श्रद्धा को इतना बदसूरत कर देगी कि जब वह अपने आपको आइना में देखे तो घबरा जाए। इशिता ने इंटरनेट पर एसिड खरीदने को लेकर जानकारी निकाली और ज्ञान गंगा कॉलेज के नाम से एक नकली लेटरहेड तैयार कराया, जिसमें लिखा कि 300 एमएल एसिड की जरूरत है।
26 जून को शहर के सिविक सेंटर स्थित अनुप्राय इंटरप्राइजेस दुकान पहुंची। उसने दुकानदार को बताया कि इलेक्ट्रानिक विषय की स्टूडेंट है और प्रैक्टिकल के लिए एसिड चाहिए। दुकानदार ने कॉलेज के लेटरहेड पर प्रोफेसर से लिखवाकर लाने को कहा। इशिता ने दोस्त अंश शर्मा को प्रोफेसर बनाकर दुकान संचालक से फोन पर बात भी करा दी और एसिड हासिल कर लिया।

पुलिस ने बताया कि आरोपी इशिता को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है।
सहेली की मां के सामने फेंका एसिड 29 जून की रात इशिता ने श्रद्धा को फोन कर कहा- मुझे पता है कल तू जाॅब के लिए पश्चिम बंगाल जा रही है, जाने से पहले आखिरी बार मिलना चाहती हूं। श्रद्धा मान गई, तो थोड़ी देर बाद इशिता ने उसके घर पहुंचकर आवाज लगाई। श्रद्धा कमरे से निकलकर गेट की तरफ आ रही थी तो मां ज्योत्सना भी पीछे आ गईं। श्रद्धा जैसे ही गेट के पास पहुंची इशिता ने एसिड फेंक दिया और कहा- तेरे कारण मैं बदनाम हो गई हूं, तुझे सुंदरता का बहुत घमंड है न। 100 एमएल तेजाब श्रद्धा के चेहरे से बहते हुए नीचे आ गया। आरोपी युवती घर की तरफ भाग गई। श्रद्धा की मां तुरंत उसे बाथरूम में ले गई और पानी डाला। इस बीच पूरे मोहल्ले में हड़कंप मच गया।
आरोपी की मां ने फेंक दिया बचा एसिड इशिता के घर पहुंचने के बाद उसकी मां को पूरी घटना का पता चल गया। इस पर उसने बचा हुआ एसिड बाथरूम में फेंक दिया। सूचना मिलते ही ग्वारीघाट पुलिस मौके पर पहुंची और इशिता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी युवती बेहद शातिर और ठंडे दिमाग से सोचने वाली है।
एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया,
इशिता साहू के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 307 (हत्या की कोशिश) और 326 (एसिड अटैक) के तहत मामला दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया है। उसे जेल भेज दिया है। अब फरार आरोपी अंश शर्मा की तलाश कर रही है, जिसने फर्जी प्रोफेसर बनकर फोन किया था। साथ ही एसिड देने वाले दुकानदार के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं।