भोपाल / प्रदेश में हर साल सर्पदंश से हजारों लोगों की जान जाती है, लेकिन अब सरकार सिर्फ जहर ही नहीं, सांप के डर का भी इलाज करने जा रही है। इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (छभ्ड) पॉलिसी तैयार कर रहा है।एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल मानसून में सर्पदंश के मामले बढ़ते हैं। कई बार मौत का कारण जहर नहीं बल्कि घबराहट होती है। डर से बीपी बढ़ता है, हार्ट अटैक या स्ट्रोक आने की आशंका होती है। कई मामले ऐसे भी आए, जहां सांप जहरीला नहीं था लेकिन व्यक्ति की मौत कार्डियक अरेस्ट से हो गई। ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए च्भ्ब् से मेडिकल कॉलेज तक काउंसलिंग और स्टाफ को ट्रेनिंग भी दी जाएगी।प्रदेश में हर साल ढाई हजार से ज्यादा मौतेंसांप के काटने से मध्यप्रदेश में हर साल ढाई हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, साल 2020 से 2024 यानी 4 सालों में सर्पदंश के कारण करीब 10 हजार 700 लोगों की मौत हुई। हर पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपए सरकारी मुआवजा दिया गया। यानी 427 करोड़ रुपए से ज्यादा का वित्त-भार सरकार पर आया। इतनी लागत से एक 5 मंजिला स्पेशियलिटी अस्पताल शुरू हो सकता है।