सीएम बोले-वन सुरक्षा में अच्छा परफार्म करने वाले वनकर्मियों को देंगे आउट ऑफ टर्न प्रमोशन

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समत्व भवन में वन विभाग के कामों की समीक्षा सीएम डॉ मोहन यादव ने की।

भोपाल / मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि वन अफसरों की टीम को गुजरात के वनतारा भेजें और वहां बनाया गया वन्य जीव रेस्क्यू सेंटर दिखाएं। अधिकारी एमपी में भी ऐसे ही बड़े रेस्क्यू सेंटर की स्थापना की संभावनाओं पर स्टडी करके रिपोर्ट दें।

मुख्यमंत्री ने वनतारा रेस्क्यू सेंटर को देखने के बाद यह निर्णय लिया है। इसके बाद उज्जैन और जबलपुर में जू एवं रेस्क्यू सेंटर की स्थापना की तैयारी है। जिसके लिए डीपीआर दिल्ली भेजी गई है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि प्रदेश में वन सुरक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने वाले वनकर्मियों को आउट आफ टर्न प्रमोशन दिया जाएगा। इसके लिए वन विभाग के अफसर सरकार को प्रस्ताव भेजें।

उन्होंने अफसरों से कहा कि वन ग्रामों में भी पट्टे दिए जाएंगे। वन ग्रामों में सर्वे कराया जाएगा और जो पात्र व्यक्ति छूट गए हैं उन्हें भी पट्टे दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में वन विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि मध्यप्रदेश में आने वाले पर्यटकों के लिए बाघ दिखना प्रमुख आकर्षण है। यह वन विभाग की आय का प्रमुख साधन भी है। बफर एरिया में जरूरी सुविधाओं का विस्तार करें और विशेषज्ञों की सेवाएं लें।

मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ वन अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे गुजरात के वनतारा जाएं, उनका वन्य जीव रेस्क्यू सेंटर देखें और मध्यप्रदेश में भी ऐसे ही बड़े रेस्क्यू सेंटर की स्थापना की संभावनाओं पर गहनता से अध्ययन करें। बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन, मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव वन अशोक वर्णवाल, अपर मुख्य सचिव वित्त मनीष रस्तोगी, पीसीसीएफ असीम श्रीवास्तव, चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के वनकर्मियों का करेंगे सम्मान

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पदस्थापना वाले वन अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पौष्टिक आहार भत्ता एवं विशेष भत्ता आदि देकर उनका सम्मान किया जाएगा। साथ ही वन सुरक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने वाले वनकर्मियों को आउट आफ टर्न प्रमोशन देने पर भी वन विभाग विचार कर प्रस्ताव दें।

देश के पांच सर्वोत्तम टाइगर रिजर्व में तीन मध्यप्रदेश के

  • केंद्र सरकार द्वारा देश के सभी टाइगर रिजर्व की ग्रेडिंग की गई थी।
  • देश के टॉप-5 रिजर्व में से तीन मध्यप्रदेश के हैं।
  • पिछले वित्त वर्ष में देश में 1.67 लाख से अधिक वन पर्यटक टाइगर रिजर्व में आए।
  • इनमें से 80 हजार से अधिक वन पर्यटक मध्यप्रदेश के तीन टाइगर रिजर्व में आए।
  • मध्यप्रदेश में वर्तमान में 9 टाइगर रिजर्व संचालित हैं।
  • सागर जिले में 258.64 वर्ग किमी वन क्षेत्र में डॉ. भीमराव अम्बेडकर अभयारण्य की स्थापना की अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।

प्रदेश के वन आवरण में 1390 वर्ग किमी की हुई वृद्धि

  • 2003 से 2023 के बीच सरकार की वन मित्र नीतियों के कारण प्रदेश का वन आवरण कुल 1390 वर्ग किमी बढ़ा है।
  • वन राजस्व संग्रहण के 1650 करोड़ रुपए के लक्ष्य के मुकाबले पिछले वित्त वर्ष में 1646.07 करोड़ रुपए राजस्व आया।
  • इसमें से वन समितियों को 189.82 करोड़ का लाभांश भी बांटा गया है।
  • वर्तमान वित्त वर्ष में 1700 करोड़ रुपए वन राजस्व आय का लक्ष्य रखा गया है।
  • वर्ष 2024-25 में वन विभाग द्वारा 5.67 करोड़ से अधिक पौधों का रोपण किया गया है।
  • प्रदेश में राष्ट्रीय बांस मिशन योजनांतर्गत 7360 हेक्टेयर क्षेत्र में बांस रोपण भी किया गया है।

4.31 लाख हेक्टेयर बिगड़े वन अब अच्छे वन में कन्वर्ट

  • वन विभाग के सभी नक्शे गति शक्ति पोर्टल पर अपलोड कर दिए गए हैं। यह नक्शे गूगल अर्थ पर उपलब्ध हैं।
  • पिछले वित्त वर्ष में अनुभूति कार्यक्रम के तहत 1903 राष्ट्रीय विद्यालयों में 1.21 लाख से अधिक प्रतिभागियों को प्रकृति संरक्षण का संदेश दिया है।
  • संयुक्त वन प्रबंधन पद्धति के माध्यम से प्रदेश में 4.31 लाख हेक्टेयर बिगड़े वनों को अब अच्छे वन में परिवर्तित कर दिया गया है।
  • प्रदेश के 925 वन ग्रामों में से 792 वन ग्राम, राजस्व ग्राम में परिवर्तित कर दिए गए हैं। संरक्षित क्षेत्र के 66 वन ग्रामों में कार्यवाही की जा रही है।
  • मध्यप्रदेश राज्य जैवविविधता बोर्ड के तहत प्रदेश के पांच स्थलों यथा पातालकोट, नरो हिल्स, अमरकंटक, सिरपुर झील एवं वाल्मी परिसर भोपाल को जैवविविधता विरासत स्थल घोषित किया गया है।

वन सुरक्षा एवं आग प्रबंधन समय 8 घंटे से घटकर 3 घंटे हुआ

पीसीसीएफ ने बताया कि वन सुरक्षा एवं प्रभावी आग प्रबंधन के तहत वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का मौके पर पहुंचकर अग्निशमन की कार्यवाही करने का समय अब 3 घंटे हो गया है। पहले यह 8 घंटे हुआ करता था। उन्होंने बताया कि आग सूचना के लिए एफएसआई के पोर्टल पर 1.05 लाख व्यक्तियों को फायर अलर्ट की सूचना देने के लिए पंजीबद्ध किया गया है। यह संख्या देश में सर्वाधिक है।

उज्जैन और जबलपुर जू एवं रेस्क्यू सेंटर की स्थापना की तैयारी

अपर मुख्य सचिव वन ने बताया कि वन विभाग द्वारा 160 किलोमीटर संरक्षित क्षेत्रों में फेंसिंग कराने का प्रस्ताव है। उन्होंने बताया कि उज्जैन में जू एवं रेस्क्यू सेंटर की स्थापना के लिए डीपीआर तैयार कर मंजूरी के लिए (सीजेडए) नई दिल्ली को भेज दी गई है। इसी प्रकार जबलपुर में भी जू एवं रेस्क्यू सेंटर की स्थापना के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है।

नर्मदा में महाशीर मछली, चंबल में कछुए, मगर एवं घड़ियाल का प्रजनन केंद्र स्थापना की योजना

अपर मुख्य सचिव वन ने बताया कि जलीय जीवों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए नर्मदा नदी में महाशीर मछली तथा चंबल नदी में कछुए तथा मगर एवं घड़ियाल का प्रजनन केंद्र स्थापित करने की योजना है। इसी प्रकार ओंकारेश्वर अभयारण्य तथा ताप्ती कंजर्वेशन रिजर्व एवं सोनेवानी (जिला बालाघाट) में भी कंजर्वेशन रिजर्व की स्थापना की जा रही है। उन्होंने बताया कि वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में इसी साल चीता पुनर्स्थापना की तैयारी भी की जा रही है।

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