सीहोर / जिले में मंगलवार-बुधवार की रात सीजन की सबसे गर्म रात रही है। शहर का न्यूनतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। मौसम वैज्ञानिक बता रहे हैं कि बीते 10 साल में पहली बार रात का पारा 30.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। एक दशक में कभी भी रात का पारा 29.2 डिग्री से ऊपर नहीं निकला है। आरएके कृषि महाविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएस तोमर ने बताया कि तीन दिन से भीषण गर्मी का दौर जारी है। शहर का अधिकतम पारा 43.0 डिग्री से ऊपर बना हुआ है। बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 43.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। बुधवार से मानसून की एक्टिविटी तेज हुई हैं, 14 से 15 जून को मानसून की एंट्री हो सकती है। सीहोर जिले में अब 17 जून तक मानसून की एंट्री हो सकती है। मौसम विभाग ने अगले 2 दिन यानी, 11 और 12 जून को लू का अलर्ट जारी किया है। हालांकि, 13 जून से फिर से मौसम में बदलाव होगा और बारिश का दौर शुरू हो जाएगा, लेकिन अभी तीन दिन भीषण गर्मी ही रहेगी। दोपहर 3 बजे शहर का अधिकतम तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। बीते तीन दिन से निरंत शहर का अधिकतम तापमान 43 डिग्री से ऊपर बना हुआ है। अप्रेल में भी 9 तारीख से निरंतर पांच दिन शहर का अधिकतम तापमान 40 डिग्री के ऊपर रिकॉर्ड किया गया। बीते तीन दिन से शहर में नौतपा से ज्यादा गर्मी पड़ रही है, जिससे लोग परेशान है। गर्मी के साथ आंधी-बारिश के अभी आसार बने हुए हैं। यह मौसम ग्रीष्मकालीन उड़द, मूंग, आम और जामुन की फसल के लिए अनुकूल नहीं है। मूंग की फसल की जल्द कटाई की जाए।
मई-जून में वैसे गर्मी ही रहती है, लेकिन इस बार मई में भीषण गर्मी की बजाय आंधी-बारिश का दौर चला है। जून की शुरुआत भी आंधी-बारिश से हुई, लेकिन अब तीन दिन से गर्मी है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. तोमर ने बताया कि मई की शुरुआत से आखिरी तक प्रदेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और ट्रफ की एक्टिविटी देखने को मिली, लगातार सिस्टम एक्टिव होते रहे, जिसकी वजह से आंधी-बारिश का दौर चला। अब मौसम बदला रहा है। अभी साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की एक्टिविटी है। इस वजह से गर्मी के साथ 12 जून को आंधी-बारिश का अलर्ट है।