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सीहोर / चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में इस वर्ष दीपावली का पर्व आस्था और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। मंदिर परिसर को 21 हजार से अधिक दीपों से रोशन किया जाएगा।

प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में तैयारियां
विठलेश सेवा समिति और श्रद्धालुओं द्वारा सभी तैयारियां कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में की जा रही हैं। मंदिर परिसर में रंग-बिरंगी रोशनियों और सजावट का विशेष प्रबंध किया गया है, ताकि आने वाले भक्तों को भक्ति और प्रकाश दोनों का अनुभव मिल सके।
हर दिन पहुंच रहे हजारों श्रद्धालु
दीप पर्व के अवसर पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं। समिति की ओर से पंडित विनय मिश्रा और समीर शुक्ला सहित अन्य सदस्यों द्वारा भक्तों को भोजन प्रसादी वितरित की जा रही है।
कार्तिक माह के दौरान यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।
मिट्टी के दीयों से सजेंगे परिसर
हर वर्ष की तरह इस बार भी मिट्टी के दीयों और कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हजारों श्रद्धालु दीये प्रज्ज्वलित करेंगे। पंडित प्रदीप मिश्रा के निर्देश पर यह आयोजन पांच दिवसीय पर्व श्रृंखला के रूप में मनाया जाएगा —
रूप चौदस, दीपावली, गोवर्धन पूजन और भाई-दूज पर विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी।
अन्नकूट महोत्सव की भी तैयारी
दीपावली के बाद मंदिर में अन्नकूट महोत्सव का भी भव्य आयोजन किया जाएगा।
मंदिर परिसर में पहले से ही दुनिया की सबसे बड़ी भोजनशाला संचालित की जा रही है, जहां आने वाले श्रद्धालुओं को निःशुल्क भोजन कराया जाता है।
अन्नकूट महोत्सव का महत्व
सनातन धर्म में अन्नकूट महोत्सव का विशेष स्थान है। यह गोवर्धन पूजा का ही एक रूप है, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण को 56 या 108 प्रकार के व्यंजन अर्पित किए जाते हैं।
इन पकवानों से झांकियां सजाकर मंदिर परिसर में भव्य दर्शन कराए जाते हैं। मान्यता है कि इस प्रसादी का सेवन करने से सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।



