सीहोर/रबी सीजन में फसल के अनुकूल मौसम रहने से गेहूं की बंपर पैदावार हुई है। इससे जिले में उपार्जन केंद्रों पर गेहूं खरीदी रेकॉर्ड तोड़ रही है। आपूर्ति विभाग ने 6 लाख मीट्रिक टन लक्ष्य रखा था, जिसमें शुक्रवार तक 5 लाख 67 हजार मीट्रिक टन खरीदी हो गई है। पांच मई अंतिम तिथि है, तब तक 6.50 लाख मीट्रिक टन खरीदी होने का अनुमान है। पिछले साल 5 लाख 6 हजार 40 मीट्रिक टन पर खरीदी अटक गई थी, जबकि इस बार यह आंकड़ा 15 अप्रेल को ही पूरा हो गया।
जानकारी के अनुसार उपार्जन केंद्रों पर गेहूं की बंपर आवक होने के पीछे दो वजह मानी जा रही है। पहली बेहतर उत्पादन और दूसरी खाते में कोई दिक्कत नहीं है तो तीन से पांच दिन में भुगतान हैं। पंजीकृत किसान स्लॉट बुक कर मंडियों से ज्यादा उपार्जन केंद्रों पर गेहूं बेचने में अधिक दिलचस्पी दिखा रहे हैं। इससे जिला खरीदी में अव्वल बना हुआ है।
98 प्रतिशत किसान हुए फुरसत
जिले में रबी फसल की कटाई, थ्रेसिंग से 98 प्रतिशत किसान पूरी तरह से फुरसत हो गए हैं। दो प्रतिशत किसानों मेें इक्का-दुक्का ही शामिल है, जिन्होंने देर से बोवनी की थी। पिछले कुछ दिनों से किसान लेनदेन और घर में कार्यक्रम करने पैसे की आवश्यकता लगने से गेहूं, चना, मसूर सहित अन्य उपज को कृषि उपज मंडियों में लाकर बेच रहे हैं। इससे पिछले दो महीने से कृषि मंडियों में अच्छी आवक हो रही है।
श्यामपुर में अंतिम, बकतरा में शुरू
शासन के आदेश पर 15 मार्च से गेहूं खरीदी की शुरूआत हो गई थी। इससे अधिकांश किसानों ने पहले ही अपनी उपज बेच दी है।
श्यामपुर क्षेत्र के कई केंद्र पर खरीदी कार्य अंतिम चरण में चल रहा, जबकि बुदनी, बकतरा क्षेत्र में कुछ दिन किसान उपज लेकर आना प्रारंभ हुए हैं। इससे केंद्रों पर काफी भीड़ देखने मिल रही है। 88292 किसानों ने कराया पंजीयन,73295 ने कराया स्लॉट बुक किसानों ने बेची उपज 567000 मीट्रिक टन हुई खरीदी1355 करोड़ का हुआ भुगतान 240 केंद्रों पर हो रही है खरीदी 2600 . प्रति क्विंटल भाव निर्धारित 5 मई 2025 खरीदी की अंतिम तिथिजिले में खरीदी कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। इस बार उपार्जन केंद्रों पर अच्छी खरीदी की दो वजह है। पहली भुगतान समय पर हो रहा हैऔर दूसरा गेहूं उत्पादन भी बेहतर हुआ है।