बाबरी गांव में हुआ हादसा, ग्रामीणों का आरोप – NGT की रोक के बावजूद नर्मदा से जारी है अवैध खनन
डीआर न्यूज इंडिया डाॅट काॅम/सीहोर (मध्यप्रदेश)
सीहोर जिले के रेहटी थाना क्षेत्र अंतर्गत बाबरी गांव में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। तेज रफ्तार अवैध रेत से लदा डंपर एक राहगीर को कुचलता हुआ निकल गया, जिससे व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान भीमा रघुवंशी (निवासी बाबरी) के रूप में हुई है।
हादसे के बाद पुलिस ने डंपर को किया जब्त
घटना की सूचना मिलते ही रेहटी थाना पुलिस और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचे। एसडीओपी रवि शर्मा ने पुष्टि करते हुए बताया कि,
“डंपर की चपेट में आकर भीमा रघुवंशी की मौत हुई है। वाहन को जब्त कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है।”
❌ एनजीटी की रोक के बावजूद जारी है रेत खनन
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) द्वारा रोक लगाए जाने के बावजूद नर्मदा नदी से बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है।
ग्रामीणों के अनुसार,
- यूफोरिया माइंस एंड मिनरल्स कॉन्सोटियम प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी द्वारा फर्जी रॉयल्टी रसीदें बनाकर रेत निकाली जा रही है।
- नदी किनारे रेत के ऊंचे-ऊंचे पहाड़ जमा कर दिए गए हैं।
- हजारों डंपर प्रतिदिन क्षेत्र से गुजरते हैं, जिससे लोगों की जान पर खतरा मंडरा रहा है।
“पहले भी हो चुकी हैं कई जानलेवा घटनाएं”
ग्रामीणों ने बताया कि यह पहली दुर्घटना नहीं है। बीते कुछ महीनों में कई बार अवैध डंपरों से हादसे हो चुके हैं। बावजूद इसके, जिला प्रशासन और खनिज विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
ग्रामीणों की प्रमुख मांगें:
- अवैध रेत खनन पर तुरंत रोक लगे
- माफिया और ठेकेदारों पर एफआईआर दर्ज हो
- डंपरों की GPS मॉनिटरिंग अनिवार्य की जाए
- प्रशासन की भूमिका की उच्चस्तरीय जांच हो
यह हादसा सिर्फ एक व्यक्ति की मौत का मामला नहीं, बल्कि प्रशासनिक चूक, माफिया की मनमानी और सिस्टम की उदासीनता का गंभीर उदाहरण है। जब तक सीहोर सहित मध्यप्रदेश के अन्य जिलों में अवैध रेत खनन के खिलाफ ठोस और पारदर्शी कार्रवाई नहीं होती, तब तक ऐसे हादसे दोहराए जाते रहेंगे।